मध्य प्रदेश की प्रजनन दर बढ़कर 2.5 हुई, देश में तीसरे स्थान पर
10 जुलाई को सामने आए आंकड़ों के अनुसार, मध्य प्रदेश की कुल प्रजनन दर (TFR) 2.0 से बढ़कर 2.5 हो गई है। द हिन्दू के अनुसार, यह जानकारी राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS-5) के आधार पर दी गई है।
यह वृद्धि राज्य को प्रतिस्थापन स्तर 2.1 से ऊपर ले जाती है, जो जनसंख्या को स्थिर बनाए रखने के लिए आवश्यक होता है। इसका अर्थ है कि राज्य में जनसंख्या वृद्धि की गति बनी हुई है।
प्रजनन दर (TFR) क्या है?
कुल प्रजनन दर (TFR) से अभिप्राय है कि एक महिला अपने जीवनकाल में औसतन कितने बच्चों को जन्म देती है। यह दर जनसंख्या वृद्धि और जनसांख्यिकीय प्रवृत्तियों का एक महत्वपूर्ण संकेतक होती है।
तीसरे स्थान का क्या संदर्भ है?
रिपोर्ट में यह बताया गया है कि मध्य प्रदेश की प्रजनन दर देश में तीसरे स्थान पर है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह किस प्रकार की रैंकिंग है — सभी राज्यों में या किसी विशेष श्रेणी में। अन्य राज्यों की तुलना करने पर स्थिति अधिक स्पष्ट होगी।
निष्कर्ष
संक्षेप में, NFHS-5 के आंकड़ों के अनुसार मध्य प्रदेश में प्रजनन दर में बढ़ोतरी देखी गई है। हालांकि यह आंकड़े 2019-2021 के बीच के हैं, और नवीनतम स्थिति जानने के लिए ताज़ा आंकड़ों की आवश्यकता होगी।