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इन दिनों प्रकाशित हो रहे करियर की नई और चमकीली संभावनाओं वाले करियर सेक्टरों में प्रोडक्ट डिजाइनिंग उभरकर दिखाई दे रहा है। इस समय डिजाइनिंग ऐसा टॉप स्किल्स वाला करियर माना जा रहा हैं, जो एंट्री लेवल करियर के लिए सबसे अधिक करियर के अवसरों से जुड़ा हुआ है।
डिजाइनिंग का बहुआयामी आकाश
यकीनन बदलते हुए नए दौर में डिजाइन की परिभाषा भी बदल रही है। डिजाइन मानव जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। देश की बढ़ती आबादी, प्राकृतिक संसाधनों की उपलब्धता एवं ग्राहकों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए विभिन्न उत्पादों के डिजाइन तैयार किए जा रहे हैं। हम सुबह उठने के बाद से लेकर सोने तक जितनी भी चीजों का उपयोग करते है। उन सभी मे कही न कही किसी प्रकार का डिजाइन होता है । आज नए- नए तरह के गैजेट, घड़ियां, टैबलेट, बच्चों के खिलौने, स्मार्टफोन, रसोई में इस्तेमाल होने वाले इलेक्ट्रिक उपकरण, अन्य घरेलू उपकरण से लेकर ड्राइंग रूप के स्टाइलिश एवं स्मार्ट फर्नीचर तक सभी तकनीकी नवोन्मेष एवं डिजाइनिंग के एक से बढ़कर एक उदाहरण हैं। ये सब किसी डिजाइनर के द्वारा तैयार किए जाते हैं। कुछ डिजाइन हाथ से तैयार किए जाते है तो कुछ डिजाइन कम्प्यूटर और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) से तैयार किये जाते हैं। ऐसे में जो युवा क्रिएटिविटी के साथ प्रोडक्ट डिजाइनिंग में गहरी रुचि रखते हैं और विशेषकर जो डिजाइनिंग के क्षेत्र में ही आगे बढ़ना चाहते हैं। वे प्रोडक्ट डिजाइनर के तौर पर अच्छा करियर बना सकते हैं।
प्रोडक्ट डिज़ाइनर के कार्यों की अहमियत
सरल भाषा में प्रोडक्ट डिजाइन यानी उत्पाद डिज़ाइन उन उत्पादों के बारे में सोचना, बनाना और सुधारना है जो उपभोक्ताओं को सुविधा देते हैं। उनकी समस्याओं का समाधान करते हैं, साथ ही बाज़ार की ज़रूरतों को भी पूरा करते हैं। ऐसे में सफल उत्पाद डिज़ाइन के लिए, अंतिम-उपयोगकर्ता ग्राहक या उस व्यक्ति को जानना महत्वपूर्ण है जिसके लिए उत्पाद तैयार किया जाता है। सामान्यतया उत्पाद डिजाइनर खुद को अपने संभावित ग्राहकों की जगह रखकर उनकी आदतों, व्यवहारों, जरूरतों और लक्ष्यों को समझकर प्रोडक्ट का निर्माण कर ग्राहकों की समस्याओं का समाधान करते हैं। प्रोडक्ट डिजाइनर का कार्य व्यक्ति के जीवन मे इस्तेमाल होने वाली वस्तुओं के अलग-अलग प्रकार के आइटम को डिजाइन करना होता है। प्रोडक्ट डिजाइन के प्रमुख कार्यों में संबद्ध प्रोडक्ट्स की डिजाइनिंग, मॉडलिंग, प्रोटोटाइपिंग और टेस्टिंग भी शामिल है। बदलते हुए समय के साथ विभिन्न वस्तुओं के डिजाइन भी बदलने होते है। इससे लोगों को आकर्षित करने एवं संतुष्ट करने में मदद मिलती है।
प्रोडक्ट डिजाइनर के करियर की बुनियादी व तकनीकी जरूरतें-
निश्चित रूप से प्रोडक्ट डिजाइनिंग के क्षेत्र में क्रिएटिविटी के साथ तकनीकी कुशलता रखना करियर के लिए काफी मददगार होता है। इस क्षेत्र में करियर के लिए कम्प्यूटर कोडिंग, प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, विजुअल डिजाइन, यूआइ डिजाइन, युएक्स डिजाइन आदि का ज्ञान रखने की जरूरत होती है। कंप्यूटर कोडिंग के तहत विभिन्न प्रकार की प्रोग्रामिंग भाषाएं सीखनी होती है, जैसे C++ , एआई और JavaScript। विज़ुअल डिज़ाइन उन उत्पादों के प्रोटोटाइप बनाने में मदद करता है जिन्हें संभावित ग्राहकों को दिखाया जा सकता है। उत्पाद डिज़ाइनरों को उत्पाद इंटरफ़ेस को अच्छा दिखाने और उपयोग में आसान बनाने के लिए यूआई डिज़ाइन कौशल की आवश्यकता होती है। उपयोगकर्ता अनुभव (यूएक्स) डिज़ाइन उत्पाद डिजाइनर को ऐसा उत्पाद बनाने में मदद कर सकता है जो उपयोग करने में लाभप्रद व संतुष्टी देने वाला हो।
उल्लेखनीय है कि प्रोडक्ट डिजाइनर्स को आर्टिस्टिक होने के साथ-साथ लॉजिकल थिंकर भी जरुर होना चाहिए। अगर किसी के पास आउट ऑफ बॉक्स आइडियाज होंगे, तो वे एक प्रोडक्ट डिज़ाइनर के तौर पर अपनी अलग पहचान बना सकेंगे। इसी तरह प्रोडक्ट डिजाइनिंग के लिए ऑब्जर्वेशन स्किल, संबद्ध फील्ड की टेक्निकल नॉलेज, एनालिटिकल स्किल्स बेहतरीन होने लाभप्रद हैं। ड्रॉइंग के माध्यम से अपने आइडियाज को एक्सप्रेस करने की क्षमता होने के साथ ही विभिन्न कंज्यूमर गुड्स के प्रोडक्शन और मार्केटिंग की समझ डिजाइनिंग के क्षेत्र में करियर को ऊंचाई देती हैं। साथ ही ग्राहकों की जरूरतों को परखने की शक्ति, विजुअल की कल्पनाशीलता, कम्युनिकेशन स्किल, टीमवर्क, प्राब्लम साल्विंग, स्किल, प्रोडक्ट डिजाइनिंग के क्षेत्र में सफलता की बुनियाद हैं।
डिजाइनिंग में करियर के लिए शैक्षणिक योग्यताएँ-
डिजाइनिंग सेक्टर में करियर बनाने के लिए पीसीएम स्ट्रीम से 12वीं करना पहली जरूरत है। ऐसे छात्र प्रोडक्ट डिजाइनिंग का कोर्स कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें विभिन्न प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। उल्लेखनीय है कि आइआईटी से डिजाइनिंग कोर्स करने के लिए जेईई उत्तीर्ण करना होता है। इसके अलावा, आर्किटेक्चर या इंजीनियरिंग में डिग्री रखने वालों के लिए डिजाइनिंग में करियर के अवसर उपलब्ध हैं। प्रोड्क्ट डिजाइनर सेरेमिक, फर्नीचर डिजाइन,फुटवियर डिजाइन में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं। प्रोडक्ट डिजाइन में ग्रेजुएशन की डिग्री को बी.डी.एस. तथा पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री को एम.डी.एस. कहते है। बी.डी.एस. की डिग्री चार वर्ष की होती है और एम.डी.एस. की डिग्री दो वर्ष की होती है।
प्रोडक्ट डिजाइनिंग में करियर की उजली संभावनाएँ-
देश की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में अच्छे प्रोडक्ट डिजाइनर्स की लगातार बढ़ती मांग को देखते हुए इसमें करियर की बहुत संभावनाएँ हैं। मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के डिजाइन डिपार्टमेंट में प्रोडक्ट डिजाइनर्स की अच्छी मांग होती है। एक इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट डिजाइनर, वॉच डिजाइनर, फुटवियर डिजाइनर, डिजिटल डिजाइनर जैसे किसी भी पेशेवर के तौर पर अपना करियर शुरू कर सकता है। प्रोडक्ट डिजाइनर विभिन्न कंसल्टिंग फर्म्स में भी अच्छे जॉब कर सकते हैं। यदि हम प्रोडक्ट डिजाइनर के लिए भारतीय बाजार की ओर देखे तो पाते हैं कि भारत में प्रोडक्ट डिज़ाइनर्स जिन विभिन्न इंडस्ट्रीज़ और कंपनियों में अपना करियर शुरू कर सकते हैं- इनमें टेक्सटाइल, डिजिटल मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक्स, फर्नीचर, फ़ूड एंड पैकेजिंग, कंस्ट्रक्शन, हार्डवेयर/ सॉफ्टवेयर कंपनियाँ प्रमुख हैं। सेरामिक्स में स्पेशनलाइजेशन रखने वाले युवाओं के लिए टेबल वेयर, सैनिटरी वेयर पाटरी,डेकोरेटिव पोर्सलेन जैसी इंडस्ट्री में भी अच्छे करियर मौके हैं। यह बात भी महत्वपूर्ण है कि मारुति,जनरल मोटर्स डिजाइन, गोदरेज, एलजी, होंडा, टाटा ईएलएक्सआई, सैमसंग, आइटीसी, व्हर्लपूल,वोल्टाज जैसी कई प्रमुख मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां नियमित रूप से अच्छे प्रोडक्ट डिजाइनर्स की तलाश में रहती हैं। इनके अलावा, प्रोडक्ट डिजाइनर अपना स्वयं का कारोबार शुरू कर सकते हैं। साथ ही समुचित कोर्स करने के बाद आईटी या ग्राफिक्स के क्षेत्र में भी काम कर सकते हैं।
कहां से करें प्रोडक्ट डिजाइनिंग का कोर्स-
जहां प्रोडक्ट डिजाइनिंग कोर्स के लिए नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ डिजाइनिंग अहमदाबाद, राष्ट्रीय डिज़ाइन संस्थान (एनआईडी), इंडियन स्कूल ऑफ डिजाइन एंड इनोवेशन (आईएसडीआई), मुंबई। एमआईटी इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, पुणे। यूनाइटेड वर्ल्ड इंस्टीट्यूट ऑफ डिज़ाइन (यूआईडी), अहमदाबाद जैसे विभिन्न राष्ट्रीय स्तर के संस्थान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए जाने पाते हैं, वहीं मध्यप्रदेश के भी कुछ इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी संस्थानों में यह कोर्स उपलब्ध है। यदि आप भी प्रोडक्ट डिजाइनिंग के क्षेत्र में जाने के लिए रुचि रखतेहैं और तकनीकी कौशल रखते हैं, तो आप अपनी उपयुक्तता के अनुरूप प्रोडक्ट डिजाइनिंग के उपयुक्त संस्थान का चयन करके डिजाइनिंग के क्षेत्र में करियर की डगर पर आगे बढ़ सकते हैं।
डॉ. जयंतीलाल भंडारी ( विख्यात करियर काउंसलर) 111, गुमास्ता नगर, इंदौर-9 (फोन- 0731 2482060, 2480090)