भारत-कतर संबंध: रणनीतिक साझेदारी
खाड़ी क्षेत्र में कतर पांचवां देश बन गया है, जिसके साथ भारत ने द्विपक्षीय रिश्तों को रणनीतिक साझेदारी का दर्जा दिया है। इस बारे में 18 तारीख को कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई बैठक में यह फैसला लिया गया और एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए।
कतर खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के छह सदस्यों में से एक है, और अब भारत के इन पांच देशों के साथ रणनीतिक संबंध स्थापित हो गए हैं: सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), ओमान, कुवैत। प्रधानमंत्री मोदी और अमीर तमीम हमद अल-थानी के बीच हुई बैठक में कारोबारी और आर्थिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाने को लेकर चर्चा की गई थी। हालांकि, रणनीतिक साझेदारी मिलने के बाद अब दोनों देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में व्यापक सहयोग का रास्ता खुल जाएगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि मोदी सरकार ने पिछले पांच वर्षों में खाड़ी देशों के साथ रिश्तों को जो प्राथमिकता दी है, वह भारत के रणनीतिक हितों के अनुरूप है। इस क्षेत्र में एक करोड़ से अधिक भारतीय रोजगार और कारोबार कर रहे हैं, जिन्होंने 2023 में भारत में लगभग 27 अरब डॉलर की राशि भेजी थी।