अमेरिकी यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में भारतीय फैकल्टी की नियुक्ति में इस साल 45% तक की गिरावट दर्ज की गई है। इस वर्ष केवल 380 भारतीय प्रोफेसरों को नियुक्ति मिली, जबकि पिछले वर्ष यह संख्या 700 से अधिक थी। विदेशी फैकल्टी की नियुक्तियों में भी गिरावट आई है — इस वर्ष केवल 2,500 विदेशी प्रोफेसर नियुक्त किए गए, जो कि पिछले वर्ष बाइडेन शासन की तुलना में आधे से भी कम हैं।
इसके साथ ही अमेरिका जाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में भी उल्लेखनीय गिरावट आई है। वर्ष 2025 में केवल 2.31 लाख छात्रों ने अमेरिका में दाखिला लिया, जबकि 2024 में यह संख्या 3.31 लाख थी। इसके दो प्रमुख कारण माने जा रहे हैं — यूनिवर्सिटी द्वारा एडमिशन ऑफर वापस लेना और अमेरिकी दूतावास की ओर से वीजा जारी न किया जाना।
अमेरिकी दूतावास ने अब तक नए स्टूडेंट वीजा इंटरव्यू को फिर से शुरू करने की कोई घोषणा नहीं की है। 27 मई से सभी देशों में नए स्टूडेंट वीजा इंटरव्यू स्थगित हैं। केवल पहले से निर्धारित इंटरव्यू ही जारी हैं। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि वीजा जारी करने से पहले अब सोशल मीडिया प्रोफाइल की जांच जरूरी होगी।