इंडस्ट्रीयल डिजाइनिंग भारतीय तकनीकी परिदृश्य पर उभरता एक नया क्षेत्र है तथा इस क्षेत्र में भारतीय डिजाइनरों की माँग लगातार बढ़ रही है । भारतीय तकनीकी छात्रों की पैनी समझ एवं कल्पनाशीलता ने इन्हें विश्वभर की प्रमुख कंपनियों में अच्छे पद प्रदान किए हैं । आज माना जा रहा है कि भारतीय छात्रों का भविष्य इंडस्ट्रीयल डिजाइनिंग में बहुत उज्जवल है, क्योंकि आज जब विदेशी डिजाइनर्स पूरे विश्व में छाए हुए हैं तो भारतीय व्यापारियों को कम दाम में उत्तम सामान एक विशेष डिजाइन के साथ तैयार करना होगा । माना जाने लगा है कि किसी भी वस्तु की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए उसकी डिजाइन पर भी समान रूप से राशि व्यय करना आवश्यक है और इस काम को सही अंजाम कोई प्रोफेशनल इंडस्ट्रीयल डिजाइनर ही दे सकता है । इस क्षेत्र में प्रवेश हेतु इंजीनियरिंग स्नातक डिग्री या आर्किटेक्चर डिग्री आवश्यक है । वैसे एनआईडी द्वारा इच्छुक छात्रों को इंटर के बाद ही इस क्षेत्र में प्रशिक्षित किया जा रहा है । इस पाठ्यक्रम की बढ़ती हुई माँग को देखते हुए देशभर के करीब 14 इंजीनियरिंग कॉलेजों ने स्नातक स्तर के इंडस्ट्रीयल डिजाइनिंग कोर्स की शुरुआत कर दी है । आईआईटीडी, एसपीए, एनआईडी (तीनों दिल्ली में) आईआईएमसी (बैंगलौर), रूड़की इंजीनियरिंग कॉलेज, रूड़की आदि इस क्षेत्र के प्रमुख संस्थान हंै ।