एक्चुअरी एक ऐसी प्रतिभा है, जो अपनी शैक्षिक योग्यताओं के सहारे किसी वित्तीय कारोबार पर मानव जनित दुर्घटनाओं तथा प्राकृतिक आपदाओं से होने वाली आर्थिक हानि का पूर्व आकलन करता है। सही अर्थों में कहें तो एक एक्चुअरी को बीमा उद्योग की ‘रीढ़’ के तौर पर देखा जाता है, विशेषकर जीवन बीमा उद्योग के लिए, जहाँ अनिश्चितताओं की परिकल्पना करना जोखिम भरा काम है। एक्चुअरी निवेश से जुड़े सभी पहलुओं, खासकर वित्तीय योजनाओं को प्रबंधन के लिए गणितीय, सांख्यिकीय तथा आर्थिक मॉडलों द्वारा क्रियान्वित करने की रूपरेखा सुनिश्चित करता है, जिसके लिए वह अपनी सेवाएँ दे रहा है । एक्चुअरी की भूमिका के विषय में एक लाइन में यह कहा जा सकता है कि ‘जहाँ निवेश है, वहाँ अनिश्चितता है, जहाँ अनिश्चितता है, वहाँ एक्चुअरी है।’ एक्चुअरी साइंस पाठ्यक्रम बारहवीं के बाद किया जा सकता है । यह पाठ्यक्रम करने के बाद बैंक, बीमा कंपनी, म्युचुअल फंड, फाइनेंस कंपनी, शेयर ब्रोकिंग, कंसल्टेंसी में एक्चुअरी आसानी से रोजगार पा सकते हैं । यह पाठ्यक्रम निम्न संस्थानों में उपलब्ध है-एक्चुरियल सोसायटी ऑफ इंडिया, मुंबई, एमिटी स्कूल ऑफ इंश्योरेंस एंड एक्चुरियल साइंस, नई दिल्ली, इंश्योरेंस इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया, यूनिवर्सल इंश्योरेंस बिल्डिंग, मुंबई, कॉलेज ऑफ इंश्योरेंस, मुंबई, बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी, पुष्प विहार, दिल्ली।