यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (यूजीसी) द्वारा जारी गाइडलाइन के आधार पर हाल ही में मध्यप्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग (एमपी-पीएससी) ने असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए जरूरी राज्य पात्रता परीक्षा (सेट) की परीक्षा योजना बदल दी है। नए पैटर्न में पेपर के साथ प्रश्नों की संख्या, पूर्णांक और परीक्षा समय तीनों में परिवर्तन कर दिया है। पूरी परीक्षा तीन के बजाय दो पेपरों तक सीमित कर दी गई है। पहला पेपर सामान्य ज्ञान (शिक्षण और शोध अभियोग्यता) का होगा। दूसरा पेपर ऐच्छिक विषय का होगा। दोनों पेपर में बहु-विकल्पीय (ऑब्जेक्टिव) प्रश्न होंगे। एमपी-पीएससी ने परीक्षा का समय भी कम कर दिया है। अब पहले पेपर के लिए एक घंटे का समय मिलेगा। दूसरा पेपर हल करने के लिए परीक्षार्थियों को दो घंटे मिलेंगे। यानी कुल तीन घंटे की परीक्षा होगी। अनिवार्य अर्थात पहले पेपर में 50 प्रश्न होंगे। प्रत्येक प्रश्न 2 अंकों का होगा। यानी कुल 100 अंकों का यह प्रश्नपत्र होगा। दूसरा पेपर जो ऐच्छिक विषय का होगा में 100 प्रश्न होंगे। इसमें भी हर प्रश्न 2 अंकों का होगा। इस तरह ऐच्छिक विषय का पेपर 200 अंकों का होगा। दोनों पेपर मिलाकर पूरी परीक्षा 300 अंकों की होगी। उल्लेखनीय है कि सेट के पिछले पैटर्न में पहले पेपर में 60 प्रश्न पूछे जाते थे। इनमें से कोई भी 50 प्रश्न हल करना जरूरी होता था। अब ऐसा नहीं होगा। अब पहले पेपर में 50 प्रश्न पूछे जाएँगे। ये सभी प्रश्न हल करना अनिवार्य होगा। यानी प्रश्न के चयन में किसी भी प्रकार की छूट नहीं मिलेगी। यह नए बदलाव आगामी राज्य पात्रता परीक्षा से लागू कर दिए जाएँगे।