सागर से जुड़े कॅरियर विकल्पों में से एक चुनौतीपूर्ण कॅरियर ओशनोग्राफी यानी सामुद्रिक विज्ञान भी है जिसमें आप नवीनतम जानकारी के साथ-साथ सागर के जीवन से जुड़े एडवेंचर का भी भरपूर मजा ले सकते हैं। ओशनोग्राफर समुद्र के पानी की गति का विश्लेषण करके उसके भौतिक और रासायनिक गुणों का अध्ययन करते हैं। इसके बाद यह पता लगाया जाता है कि इन गुणों का समुद्री इलाकों के आसपास रहने वाले लोगों या क्षेत्रों पर किस तरह का प्रभाव पड़ता है। चूँकि यह रिसर्च ओरिएंटेड क्षेत्र है, इसलिए इसमें काम करने वाले लोगों को समुद्र के आसपास के इलाकों में लंबा समय गुजारना पड़ता है। अपनी विशेषज्ञताओं के अनुसार ये लोग मैरीन बायोलॉजी, जियोलॉजिकल ओशनोग्राफी, फिजिकल ओशनोग्राफी जैसे क्षेत्र में काम कर सकते हैं । इस क्षेत्र में विभिन्न सरकारी और निजी संस्थानों में बतौर साइंटिस्ट, इंजीनियर और टेक्निशियन के पद पर रोजगार हासिल कर सकते हैं। पब्लिक सेक्टर में आप जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया और डिपार्टमेंट ऑफ ओशनोग्राफी में काम किया जा सकता है। मरीन इंडस्ट्रीज से जुड़ी कंपनियाँ भी इस क्षेत्र में नौकरी की ढ़ेरों संभावनाएँ प्रदान करती हैं। इस क्षेत्र में काम कर रही सरकारी व निजी सेक्टर की कंपनियों में हर समय प्रशिक्षित उद्यमियों की माँग बनी रहती है। इस क्षेत्र में प्रशिक्षण देने वाले प्रमुख संस्थान इस प्रकार हैं- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, टेक्नोलॉजी एंड डेवलपमेंट स्टडीज, नई दिल्ली। गोवा विश्वविद्यालय, गोवा कोचीन यूनीवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, कोचीन।