कृपया मुझे बताएँ कि वनस्पति विज्ञान में रोजगार की कैसी संभावनाएँ हैं ?

वनस्पति विज्ञान के क्षेत्र में दो तरह के अवसर हैं, एक शॉर्ट टर्म यानी बी.एससी. करके और दूसरा लंबे समय बाद यानी एम.एससी. और रिसर्च के बाद । अगर आप बी.एससी. करके तुरंत नौकरी चाहते हैं तो आपके लिए अवसर थोड़े कम हैं। बॉटनी से बी.एससी. डिग्री आपके लिए ऐसी सीढ़ी है, जिस पर चढक़र आप कुछ ही अवसरों की झलक पाते हैं। मसलन दवा कंपनियों में नौकरी करना, लैब सहायक बनना, तकनीकी सहायक बनना या तरह-तरह की फार्मास्युटिकल कंपनियों, वैक्सीन निर्माण कार्य में लगना आदि। बीएड करके स्कूल शिक्षक बन सकते हैं। फार्मास्युटिकल कंपनियों में लग सकते हैं। मेडिकल रिप्रजेन्टेटिव बन सकते हैं। बी.एससी. बॉटनी में करने के उपरांत बायोफिजिक्स, डेवलपमेंट बॉटनी, जेनेटिकल मॉडलिंग, सिस्टम इकोलॉजी के क्षेत्र में काम कर सकते हैं। इकोलॉजिस्ट, टेक्सोनॉमिस्ट, गार्डन सेंटर कंसल्टेंट, फॉरेस्टर तथा प्लांट एक्सप्लोरर के रूप में काम का अवसर मिलता है। बॉटनी के साथ केमिस्ट्री से प्यार करने वाला फिजियोलॉजिस्ट,प्लांट बायोकैमिस्ट, मोलीक्यूलर बायोलॉजिस्ट जैसे क्षेत्रों में काम कर सकता है। आप बायोटेक्रोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, इकोलॉजी, जेनेटिक्स इंजीनियरिंग जैसे कई क्षेत्रों में काम करने का अवसर पाते हैं। वनस्पति विज्ञान में एम.एससी. तथा पीएचडी करने के उपरांत करियर के अनेक रास्ते खुलते हैं। आप बेहतर बायोटेक्रोलॉजिस्ट बन सकते हैं। इससे जुड़ी फर्मों में कई तरह के अवसर मिलते हैं। मॉलीक्यूलर बायोलॉजी, जेनेटिक्स, माइक्रोबायोलॉजी, वैक्सीन प्रोडक्शन, क्रॉप्स इम्यूनाइजेशन में सुधार कर सकते हैं। इसके अलावा कृषि साइंस, कंजरवेशन बायोलॉजिस्ट, फॉरेस्ट कंजर्वेशन के क्षेत्र में जा सकते हैं। दवा निर्माण से जुड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ भी इसके जानकारों को अपने यहाँ उच्च वेतनमान पर रख रही हैं। वैक्सीन के किट्स निकालने, एचआईवी डिटेक्टिव किट निकालना जैसी चीजें इस विषय की पढ़ाई करने से ही संभव हो पाती हैं। आज वनस्पति विज्ञान जैसे बैसिक साइंस में नौकरी की अच्छी संभावनाएँ तभी हैं जब आप इस विषय से जुडे स्पेशलाज्ड कोर्स करते हैं। मसलन बायोटेक्नोलॉजी में एमबीए कर सकते हैं। आज बॉटनी आधारित कई उद्योग खुल रहे हैं, जहाँ इस विषय के छात्रों की भारी माँग हैं। फार्मास्युटिकल कंपनियाँ, रिसर्च एंड डेवलपमेंट में, स्वास्थ्य में, नेचुल प्रोडक्ट के लिए, त्वचा पर साइड़ इफेक्ट जैसे विषयों पर काम करने के लिए इस विषय के छात्रों की जरूरत पड़ती है। जहाँ तक रोजगार का सवाल है, कॉलेज में प्लेसमेंट के लिए आने वाली कंपनियों में ड्रग्स व फार्मास्युटिकल कंपनियाँ वनस्पति विज्ञान के छात्रों को ले जाती हैं। बी.एससी. के बाद मिलने वाले जॉब क्षेत्रों का विवरण इस प्रकार है- स्कूल शिक्षक, लैब असिस्टेंट, मेडिकल रिप्रजेन्टेंटिव, फार्मास्युटिकल कंपनियाँ, मार्केटिंग व अन्य प्रतियोगी परीक्षाएँ आदि। एम.एससी. के बाद आप रिसर्च असिस्टेंट, साइंटिस्ट, अनुसंधानकर्ता, कॉलेज अध्यापक आदि बन सकते हैं। माइक्रोबायोलॉजी, हाइड्रोलॉजी, हर्बल बायोटेक्रोलॉजी मॉलीक्यूलर बायोलॉजी, एयरोबायोलॉजी, बायोटेक्रोलॉजी, नैनोटेक्रोलॉजी, बायोफिजिक्स, बायोमेडिकल साइंस, पर्यावरण विज्ञान, कृषि विज्ञान, भूमि संरक्षण आदि में भी वनस्पति विज्ञान के विशेषज्ञों के लिए रोजगार की उजली संभावनाएँ हैं।

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