वर्तमान समय में होम साइंस अर्थात गृह विज्ञान विषय बहुत व्यापक हो गया है, इसे अब केवल खाना बनाने में दक्षता वाला क्षेत्र ही नहीं माना जाता अपितु गृह-कार्यों को श्रेष्ठïता से सम्पन्न करने वाला विज्ञान माना जाने लगा है। होम साइंस एक अंतरविषयी क्षेत्र है, जिसमें कई विषय सम्मिलित हैं । होम साइंस में जीव विज्ञान, भौतिकी, रसायन विज्ञान, शरीर विज्ञान, स्वास्थ्य, अर्थशास्त्र, ग्रामीण विषय, सामाजिक एवं परिवार संबंध, बाल विकास, खाद्य एवं पोषण, परिधान डिजाइन, पहनावा, मानव विकास संसाधन,गृह प्रबंधन, गृह सज्जा, प्रदर्शनी एवं प्रदर्शन कला, ब्यूटी कल्चर, गृह प्रबंध, फैशन मैनेजमेंट, शिशु देखभाल, भोजन प्रबंध, टेक्सटाइल एंड क्लोथिंग, पोषण इत्यादि विषय समाहित हो गए हैं और यह विषय बदलते वक्त की आवश्यकता बन गया है। होम साइंस रोजगार की दृष्टिï से एक अत्यंत उपयोगी विषय है। इससे स्नातक एवं स्नातकोत्तर करने के उपरांत न केवल सरकारी तथा प्रायवेट क्षेत्र में नौकरियाँ हासिल की जा सकती हैं, बल्कि कई प्रकार के स्वरोजगार की प्रारंभ किए जा सकते हैं। इसके अलावा इस क्षेत्र में उच्च शिक्षा नेट/पीएचडी आदि के उपरांत अध्यापन का पेशा भी अपनाया जा सकता है। गृह विज्ञान विषय से स्नातक कोर्स करने के उपरांत सामुदायिक एवं सामाजिक कार्य के क्षेत्रों तथा गैर सरकारी संगठनों, अस्पतालों में खाद्य एवं पोषण से जुड़े कार्यों तथा खाद्य सेवाओं में करियर बनाया जा सकता है। गृह विज्ञान से स्नातकोत्तर डिग्री करने के उपरांत बेहतर करियर के अवसर हैं। विश्वविद्यालयों तथा कॉलेजों में एसोसिएट प्रोफेसर, सहायक प्रोफेसर, प्रोफेसर के रूप में अध्यापन व्यवसाय में कार्य ग्रहण करने के अलावा शिक्षा अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता,मनोवैज्ञानिक तथा अनुसंधानकर्ता के रूप में भी अवसर हैं। गृह विज्ञान के छात्र पोषण सलाहकार, अनुसंधान सहायक, खाद्य वैज्ञानिक, खाद्य विश्लेषक तथा पारिवारिक सलाहकार के रूप में भी कार्य कर सकते हैं। खाद्य उत्पादों, शिशु आहार तथा खाद्य उत्पादों के विक्रय एवं संवर्धन के क्षेत्र में भी करियर के विकल्प हैं। कुछ अन्य क्षेत्र जिनमें होम साइंस के विशेषज्ञ करियर बना सकते हैं, वह इस प्रकार हैं- केटरिंग के क्षेत्र में करियर- गृह विज्ञान में स्नातक या स्नातकोत्तर करने के उपरांत केटरिंग के क्षेत्र में करियर बनाया जा सकता है। केटरिंग का कार्य कुछ विशेष स्थानों जैसे स्कूल एवं अस्पतालों में किया जा सकता है। इनके अतिरिक्त विभिन्न प्रकार के संस्थानों एवं कार्यालयों में कैंटीन चलाने में भी यह पाठ्यक्रम बहुत लाभप्रद है। प्रशिक्षित व्यवसायी उन व्यक्तियों के लिए भी केटरिंग सेवाएँ जैसे भोजनालय या टिफिन सेंटर संचालित कर सकते हैं जो कारखानों एवं कार्यालयों में कार्य करते हैं तथा भोजन की, विशेष रूप से दोपहर के भोजन की व्यवस्था नहीं कर सकते या व्यवस्था करने का समय नहीं होता है। बेकरी एवं कन्फेक्शनरी के क्षेत्र में करियर- गृह विज्ञान स्नातक या स्नातकोत्तर व्यक्ति कन्फेक्शनरी, आइसक्रीम पार्लर अथवा बेकरी आसानी से चला सकते हैं। वे अपने निजी ऐसे उत्पादों को भी विकसित करने के लिए अभिनव कौशल का प्रयोग कर सकते हैं जो अधिक पोषक हों और पुराने उत्पादों से भिन्न हों। डे केयर सेंटर के रूप में करियर- नौकरी करने वाली महिलाओं को परिवार से बाहर शिशु देखरेख की आवश्यकता होती है। जिन बच्चों को 12 वर्ष की आयु का होने तक वयस्कों द्वारा देखरेख किए जाने की आवश्यकता होती है और जिन्हें घर पर अकेले नहीं छोड़ा जा सकता, उनके लिए गृह विज्ञान के विशेषज्ञ डे केयर सेन्टर, क्रेच, नर्सरी स्कूल एवं ऑफ्टर स्कूल सेंटर जैसी चाइल्ड हुड केयर यूनिट चला सकते हैं। इसके अलावा वृद्धाश्रम का भी संचालन किया जा सकता है। पुनर्वास केन्द्र के रूप में करियर- होम साइंस स्नातक कम समझ वाले बच्चों के लिए पुनर्वास केन्द्र संचालित कर सकते हैं। ये केन्द्र समाज के लिए न केवल एक सेवा होगी, बल्कि इनसे उनके तथा अन्य व्यक्तियों के लिए रोजगार सृजन में भी सहायता मिलेगी। हॉबी सेंटर के रूप में करियर- गृह विज्ञान के विशेषज्ञ ऐसे हॉबी सेंटर चला सकते हैं जहाँ सजावटी वस्तुएँ, खिलौने, डिजाइनर मोमबत्ती, रंगोली, आभूषण डिजाइनिंग, पेंटिंग तथा घरेलू बेकार सामग्रियों से उपयोगी वस्तुएँ बनाना सिखाया जाता है। ब्यूटी पार्लर के रूप में करियर- आप ब्यूटी पार्लर के क्षेत्र में भी करियर बना सकती हैं। इस क्षेत्र में आप त्वचा तथा बालों की देखभाल संबंधी सेवाएँ दे सकती हैं। वैश्वीकरण के वर्तमान दौर में होम साइंस एक अच्छा करियर प्रदान करने वाला क्षेत्र है। इस क्षेत्र में आपका वेतन आपकी योग्यताओं तथा अनुभव पर निर्भर करेगा।