कॅरियर प्लानिंग का अर्थ है-रुचि, योग्यता व क्षमता का आकलन करके कॅरियर के सबसे अच्छे विकल्प को चुनना। वास्तव में दसवीं कक्षा के बाद ही कॅरियर प्लानिंग की जानी चाहिए ताकि 11वीं और 12वीं के दो वर्षों में निर्धारित कॅरियर की तैयारी के लिए पर्याप्त समय दिया जा सके। 10वीं के बाद कॅरियर प्लानिंग कराने वाले देश में गिने-चुने संस्थान हैं। इस हेतु आप 111, गुमास्तानगर, इंदौर स्थित ‘कॅरियर दिशा-कॅरियर काउंसलिंग सेन्टर’ से संपर्क कर सकते हैं।