जैसे-जैसे भारत में दवाई उद्योग आगे बढ़ रहा है और दवाइयों से संबंधित मल्टीनेशनल कम्पनियाँ भारत में आती जा रही हैं, वैसे-वैसे क्लिनिकल रिसर्च के क्षेत्र में करियर के नए अवसर निर्मित हो रहे हैं। गौरतलब है कि क्लिनिकल रिसर्च में दवाओं का व्यवस्थित तरीके से शोध होता है। जब भी कोई नई दवा बाजार में इंट्रोड्यूस होती है तो उससे पहले उसकी कई चरणों में जाँच होती है। भारत में क्लिनिकल रिसर्च प्रोफेशनल्स की भारी माँग है। यह कोर्स डॉक्टर्स, फार्मासिस्ट, बायोकेमिस्ट, बायोटेक्नोलॉजिस्ट आदि कर सकते हैं। चिकित्सकीय शोध से संबंधित पाठ्यक्रम इन संस्थानों में उपलब्ध है- इंस्टीट्यूट ऑफ क्लिनिकल रिसर्च, मुंबई, दिल्ली, बैंगलुरु। सेंटर फॉर सेल्यूलर एंड मौलिक्यूलर बायोलॉजी, हैदराबाद। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल बायोलॉजी, कोलाकाता। सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट, लखनऊ।