क्वालिटी अश्योरेंस एक प्रक्रिया है, जिसमें यह जाँचना होता है कि कंपनी या संस्था द्वारा बनाया जा रहा प्रोडक्ट गुणवत्ता के स्तर पर खरा है अथवा नहीं। देश में मध्यवर्ग की बढ़ती समृद्धि और ब्राँडेड उत्पादों की बढ़ती माँग के चलते प्रोडक्ट की क्वालिटी ग्राहकों की पहली चिंता होती है। इसके कारण कंपनियाँ भी प्रोडक्ट क्वालिटी को लेकर सजग हो रही हैं और ऐसे में क्वालिटी अश्योरेंस मैनजमेंट के क्षेत्र में प्रोफेशनल्स की माँग बढ़ी है। इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए छात्र क्वालिटी अश्योरेंस मैनेजमेंट के बैचलर डिग्री कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स से बारहवीं करने वाले छात्र इसके बैचलर डिग्री कोर्स में प्रवेश हासिल कर सकते हैं। एमफार्मा, एमबीए करने वाले छात्र भी इस क्षेत्र में करियर बना सकते हैं। इसके अलावा छात्र क्वालिटी अश्योरेंस मैनेजमेंट के सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स में भी प्रवेश ले सकते हैं। क्वालिटी अश्योरेंस मैनेजमेंट प्रोफेशनल के लिए नौकरी के अवसर कई सेक्टर में हैं। वे फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री, बायोमेडिकल एंड एनवायरमेंटल सेक्टर, आईटी व सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कंपनी,शिपिंग और ट्रांसपोर्ट, मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों और हेल्थ सेक्टर में जॉब कर सकते हैं। इन कंपनियों में प्रोफेशनल बतौर क्वालिटी अश्योरेंस मैनेजर, क्वालिटी एनालिस्ट, क्वालिटी कंट्रोल इंस्पेक्टर, क्वालिटी रिसर्चर या सॉफ्टवेयर क्वालिटी एनालिस्ट की जॉब कर सकते हैं। यह कोर्स कराने वाले देश के प्रमुख संस्थान हैं- स्कूल ऑफ क्वालिटी मैनेजमेंट, त्रिची। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, बैंगलुरू। इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट स्टडीज, मुंबई। उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद।