सामान्यत: लोगों के मन में गृह विज्ञान (होम साइंस) विषय के बारे में भ्रांति होती है कि इस विषय में केवल खाना बनाना सिखाया जाता है, जबकि गृह विज्ञान विषय के रूप में एक विस्तृत और रोजगार संभावनाओं से युक्त अध्ययन क्षेत्र है। होम साइंस विषय से स्नातक एवं स्नातकोत्तर करने के उपरांत न केवल सरकारी/प्रायवेट नौकरियाँ हासिल की जा सकती हैं, बल्कि कई प्रकार के स्वरोजगार भी शुरू किए जा सकते हैं। राज्य लोक सेवा आयोगों द्वारा समय-समय पर कई तरह की रिक्तियाँ प्रकाशित की जाती हैं, जिसमें केवल गृह विज्ञान की छात्राएँ ही आवेदन कर सकती हैं। इसी प्रकार संघ लोक सेवा आयोग भी रिक्तियाँ प्रकाशित करता है, जिसमें आवेदन के लिए गृह विज्ञान की किसी भी ब्रांच में स्नातक या परास्नातक डिग्री होनी चाहिए। गृह विज्ञान में आप कॅरियर के चार क्षेत्रों का अध्ययन कर सकती हैं, जैसे फूड एंड न्यूट्रीशन, क्लॉथिंग एंड टेक्सटाइल, ह्यूमन डेवलपमेंट तथा फैमिली रिसोर्स मैनेजमेंट के क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल करके इन्हीं क्षेत्रों में नियोजित हो सकती हैं। इसके अलावा आप बायोलॉजिकल केमिस्ट्री, बायोकेमिस्ट्री, एनोटॉमी, साइकोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, हेल्थ केयर एवं हाईजीन, इकोनॉमिक्स, सोशियोलॉजी आदि क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल करके जॉब प्राप्त कर सकती हैं। गृह विज्ञान की पढ़ाई के बाद बहुत-सी युवतियाँ गृह विज्ञान पर आधारित लघु उद्योग की शुरुआत करके अच्छी कमाई कर रही हैं।