चिकित्सा, समाजसेवा तथा रोमांच से भरपुर क्षेत्र है मनोविज्ञान का । आधुनिकता के साथ बढ़ते मानसिक तनाव ने मनोविज्ञानियों के लिए नए अवसर उत्पन्न किए हैं । मनोविज्ञान की सामान्य शिक्षा के लिए स्नातक तथा स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम देश के लगभग सभी विश्वविद्यालयों में उपलब्ध हैं और अगर इसे कैरियर के रूप में चुनना है तो विशिष्ट अध्ययन संस्थानों से डिग्री तथा डिप्लोमा के विशेष पाठ्यक्रम किए जा सकते हैं । पब्लिक स्कूल, नर्सिंग होम, अस्पताल तथा प्राइवेट कंपनियों में मनोवैज्ञानिक पद की आवश्यकता बन गई है । इसके अतिरिक्त प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद आप निजी स्तर पर भी काउंसलर के रूप में आप कार्य कर सकते हैं । डिप्लोमा तथा सर्टिफिकेट स्तर के पाठ्यक्रम हेतु निम्न संस्थानों से संपर्क किया जा सकता है- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरो साइंस, बैंगलौर । टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस देवनगर (मुंबई) । राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, श्री अरविंद मार्ग, नई दिल्ली। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर (परामर्श पाठ्यक्रम)