थर्मल इंजीनियरिंग के अधिकतर कोर्स पोस्ट ग्रेजुेशन स्तर पर मौजूद हैं। मैकेनिकल, ऑटोमोबाइल, मरीन या एरोनॉटिकल इंजीनियरिंग से बीई या बीटेक करने वाले छात्र इसके एमई या एमटेक कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। अधिकांश संस्थानों में बीई या बीटेक में प्रवेश जेईई मेन्स के स्कोर के आधार पर मिलता है। एमई या एमटेक कोर्स में प्रवेश के लिए अधिकतर संस्थानों में गेट स्कोर जरूरी होता है। दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, दिल्ली के अलावा एनआईटी, सिल्यर तथा हमीरपुर जैसे संस्थानों से यह कोर्स किया जा सकता है।