पर्यावरण आर्किटेक्चर का मूल लक्ष्य सादा, आकर्षक, आरामदायक और सस्ते मकान बनाना है, जिससे निर्माण में प्रयोग आने वाली सामग्री से पर्यावरण और पृथ्वी को कोई नुकसान न पहुँचे। प्राकृतिक संसाधनों के तेजी से खत्म होते जाने की वजह से अधिक से अधिक बिल्डर विशाल प्रोजेक्टों को डिजाइन करने के लिए पर्यावरणीय आर्किटेक्चर की सलाह लेते हैं। ताकि भवन या इमारतों को भविष्य की चुनौतियों से मुकाबला करने और पर्यावरण की दृष्टिï से बेहतर बनाया जा सके। पर्यावरण आर्किटेक्चर के कोर्स में प्रवेश हेतु आवेदनकर्ता के पास बीई (सिविल) या बीआर्क की डिग्री होनी चाहिए। पर्यावरण आर्किटेक्चर का कोर्स कराने वाले देश के प्रमुख संस्थान इस प्रकार हैं- पर्यावरणीय नियोजन और प्रौद्योगिकी संस्थान, कस्तूरबा लालभाई परिसर, अहमदाबाद। नियोजन और आर्किटेक्चर स्कूल, नई दिल्ली।