ऑप्टिकल फाइबर, प्लास्टिक, फार्मास्युटिकल, पैकेजिंग आदि क्षेत्रों से जुड़ी कंपनियों के विस्तार ने पॉलीमर विशेषज्ञों की माँग को बहुत बढ़ा दिया है। पॉलीमर साइंस में स्नातक लोगों को विभिन्न कंपनियों से काफी अच्छे ऑफर मिलते हैं। इस क्षेत्र में बढ़ रही संभावनाओं को देखते हुए देश के विभिन्न संस्थानों द्वारा इससे संबंधित कोर्स संचालित किए जाने लगे हैं। पॉलीमर साइंस में स्नातक, स्नातकोत्तर और शोध कार्य आदि किया जा सकता है। स्नातक कोर्स के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा मैथ्स विषय से न्यूनतम 60 प्रतिशत अंकों के साथ बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण होना जरूरी है। स्नातकोत्तर और शोध कार्य के लिए पॉलीमर टेक्नोलॉजी में ग्रेजुएट होना आवश्यक है। पॉलीमर साइंस से जुड़े प्रमुख कोर्स एवं संस्थान इस प्रकार हैं- पॉलीमर साइंस एंड टेक्नोलॉजी में अंडर ग्रेजुएट कोर्स तथा एम.टेक. इन पॉलीमर साइंस एंड टेक्नोलॉजी कोर्स इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दिल्ली में उपलब्ध है। बी.टेक. इन पॉलीमर साइंस एंड टेक्नोलॉजी कोर्स कोचीन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, आचार्य प्रफुल्ल चंद्र रोड, कोलकाता में उपलब्ध है। बी.एससी. इन पॉलीमर साइंस (ऑनर्स) कोर्स दिल्ली विश्वविद्यालय में उपलब्ध है। पॉलीमर साइंस एंड टेक्नोलॉजी में अंडर ग्रेजुएट कोर्स डिपार्टमेंट ऑफ केमिकल साइंस, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, बनारस में उपलब्ध है।