देश में खाद्यान्न ही नहीं, फलों और अन्य तरह के एग्रो प्रोडक्ट्स का उत्पादन भी तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन भंडारण और अन्य तरह की इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधाओं के अभाव में इस उपज का बहुत बड़ा हिस्सा प्रतिवर्ष खराब हो जाता है। यही कारण है कि फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री को सरकारी तौर पर काफी बढ़ावा दिया जा रहा है। इसलिए इस तरह की विधा में ट्रेंड युवाओं की माँग बढऩा स्वाभाविक है। फलों, सब्जियों, अनाजों आदि के अलावा दूध से तैयार होने वाले प्रोसेस्ड प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनियों में भी रोजगार के उजले अवसर हैं। इसके अलावा बे्रवरेज कंपनियों में भी रोजगार की संभावनाएँ हैं।