शेयर बाजार के विस्तार के साथ इसमें करियर बनाने के मौके भी बढ़ गए हैं। आप स्टॉक ब्रोकर, फाइनेंशियल प्लानर, पोर्टफोलियो मैनेजर आदि के रूप में नौकरी हासिल कर सकते हैं। शेयर बाजार का काम काफी हद तक कम्प्यूटर पर आधारित है। इसलिए शैक्षणिक योग्यताओं के अलावा कम्प्यूटर का नॉलेज भी बहुत जरूरी है। इंग्लिश लैंग्वेज नौकरी पाने की पूर्व निर्धारित शर्त तो नहीं होती, लेकिन शेयर मार्केट के कामकाज में इंग्लिश का ही ज्यादा इस्तेमाल होता है।