भारतीय थल सेना में भर्ती होने के लिए यूँ तो कई विकल्प मौजूद हैं लेकिन इंटरमीडिएट के बाद ही सेना में अफसर बनने का रास्ता नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए) परीक्षा के अलावा 10 + 2 तकनीकी प्रवेश योजना ही खोलती है। इसके तहत सेना में भर्ती होने वाले युवाओं को चार वर्षीय बुनियादी तकनीकी मिलिट्री प्रशिक्षण तथा उसके बाद तकनीकी प्रशिक्षण पूरा करने के पश्चात भारतीय थल सेना में स्थायी कमीशन दे दिया जाता है। 10 + 2 तकनीकी प्रवेश योजना के तहत सेना में भर्ती होने के लिए अभ्यर्थी को भारतीय नागरिक होना चाहिए या फिर वह सेना के नागरिकता नियमों के तहत भूटान, नेपाल अथवा तिब्बत का नागरिक हो। इस पद के लिए केवल अविवाहित पुरुष ही आवेदन कर सकते हैं । उम्र साढ़े सोलह से साढ़े उन्नीस वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। परीक्षा में बैठने के लिए अभ्यर्थी को इंटर-मीडिएट की परीक्षा में भौतिक, रसायन विज्ञान और गणित विषयों में कम से कम 70 फीसदी अंक प्राप्त किया हुआ होना चाहिए। 10 + 2 तकनीकी प्रवेश योजना के तहत चयनित युवाओं को पाँच वर्ष का प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद अभ्यर्थियों को इंजीनियरी में स्नातक डिग्री (बीटेक) प्रदान की जाती है। प्रशिक्षण की पूरी लागत और पुस्तकों आदि का खर्च सेना ही वहन करती है। लिखित परीक्षा में सर्वोच्च योग्यता प्राप्त अभ्यर्थियों को भोपाल, बेंगलूर अथवा इलाहाबाद में सर्विस सिलेक्शन बोर्ड के समक्ष बुलाया जाता है, जहाँ उनकी समूह परीक्षा, मनोवैज्ञानिक परीक्षा और साक्षात्कार संपन्न होता है। जहाँ मेडिकली फिट पाए गए अभ्यर्थियों को मेरिट के आधार पर प्रशिक्षण हेतु अंतिम रूप से चयनित किया जाता है इस परीक्षा से संबंधित और अधिक जानकारी के लिए आप अपर महानिदेशक भर्ती, 10 + 2 तकनीकी प्रवेश योजना, पश्चिम खंड तृतीय, रामकृष्णपुरम, नई दिल्ली-66 से संपर्क करें।