मरीन इंजीनियरिंग भी इंजीनियरिंग का ही एक हिस्सा है, जिसके अंतर्गत नॉटिकल आर्किटेक्चर एंड साइंस का अध्ययन किया जाता है। फिजिक्स, कैमिस्ट्री तथा मैथ्स सहित बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात मरीन इंजीनियरिंग के विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित होकर तथा उसमें चयनित होकर यह कोर्स कर सकते हैं। देश का सबसे पुराना मरीन इंजीनियरिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट, कोलकाता चार वर्षीय बैचलर डिग्री इन मरीन इंजीनियरिंग कोर्स कराता है। इसके अलावा मरीन इंजीनियरिंग का कोर्स कराने वाले प्रमुख संस्थान इस प्रकार हैं- इंडियन मेरीटाइम यूनिवर्सिटी, चेन्नई। लाल बहादुर शास्त्री कॉलेज ऑफ एडवांस मेरीटाइम स्टडीज एंड रिसर्च, मुंबई। हल्दिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेरीटाइम स्टडीज एंड रिसर्च, पश्चिम बंगाल।