निश्चित रूप से बहुत से युवाओं का सपना रेलवे में जॉब करने का होता है और जब बात रेलवे में स्टेशन मास्टर की हो तो तब तो यह और भी शानदार है, क्योंकि रेलवे में यह एक महत्वपूर्ण पोस्ट होती है। स्टेशन मास्टर किसी भी रेलवे स्टेशन पर सबसे अधिक सम्मानित अधिकारी होता है। स्टेशन मास्टर नियुक्त किए गए स्टेशन पर हो रही सभी तरह के कार्यो की गतिविधियों के लिए जिम्मेदार होता है, इनका कार्य दूसरों का सुपरविजन, गाइडेंस आदि प्रदान करना होता है। स्टेशन मास्टर अपने तैनाती वाले रेलवे स्टेशन को सुचारू, सुरक्षित एवं कारगर ढंग से चलाए जाने के लिए भी जिम्मेदार होता है। स्टेशन मास्टर के पदों के लिए आवेदन करने वाले कैंडिडेट के पास ग्रेजुएशन डिग्री होना चाहिए, ग्रेजुएशन किसी भी विषय में हो सकता है। इसके अलावा उन्हें कंप्यूटर का बेसिक नॉलेज होना चाहिए। कैंडिडेट जिस क्षेत्र से आवेदन कर रहा हो उसे उस क्षेत्र की स्थानीय भाषा को पढ़ने और लिखने में सक्षम होना चाहिए। स्टेशन मास्टर की परीक्षा में बैठने के लिए कैंडिडेट की न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष और अधिकतम आयु सीमा 32 वर्ष होनी चाहिए। रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड द्वारा स्टेशन मास्टर की नियुक्ति के लिए एक कंप्यूटर आधारित ऑनलाइन परीक्षा का आयोजन किया जाता है। स्टेशन मास्टर की प्रारंभिक परीक्षा में चार विषय होते हैं – अंकगणितीय एबिलिटी, जनरल नॉलेज, जनरल इंटेलीजेंस एवं जनरल इंग्लिश यह परीक्षा आब्जेक्टिव टाइप होती है, परीक्षा कुल 100 अंकों की होती है। इसके लिए अधिकतम समय सीमा 90 मिनिट निर्धारित होती है। जो उम्मीदवार प्रारंभिक परीक्षा में सफल होते हैं उन्हें ही मुख्य परीक्षा में बैठने दिया जाता है। स्टेशन मास्टर की चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद चयनित उम्मीदवारों को रेलवे बोर्ड द्वारा आयोजित की जाने वाली आवश्यक ट्रेनिंग दी जाती है। लिखित परीक्षा, मेडिकल टेस्ट आदि प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद आपको आपकी योगता के अनुसार पद प्रदान किए जाते है।