अर्थशास्त्र के स्नातक जिन प्रमुख क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त कर सकते हैं, वे इस प्रकार हैं- सार्वजनिक व निजी क्षेत्र के उपक्रम, कृषि, श्रम, आवास, परिवहन और वित्तीय क्षेत्र के सरकारी/गैर सरकारी संगठनों आदि में । इसके अलावा विपणन, विज्ञापन, बीमा प्रशिक्षण, रीयल एस्टेट और कार्मिक प्रबंधन में भी रोजगार के ढ़ेरों अवसर उपलब्ध हैं । इसके अलावा पत्रकारिता और अखबारों में आर्थिक और व्यावसायिक विषयों पर लेखन व संपादन का कार्य भी किया जा सकता है । संघ लोक सेवा आयोग अर्थशास्त्र की स्नातकोत्तर डिग्री धारकों के लिए आर्थिक सेवा परीक्षा आयोजित करता है । अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर डिग्री हासिल करने के बाद विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा संचालित राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) में सफलता प्राप्त कर अध्यापन का कार्य भी किया जा सकता है । भारत के लगभग सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर पर एक विषय के रूप में अर्थशास्त्र अध्ययन के लिए उपलब्ध है । स्नातक स्तर के पाठयक्रमों जैसे बी.ए. अर्थशास्त्र, बी.बी.ए./बी.बी.एस./बी.बी.ई.(बैचलर ऑफ बिजनेस इकोनोमिक्स) बी.एफ.आई.ए आदि में भी अर्थशास्त्र पढ़ाया जाता है । अर्थशास्त्र में उच्च अध्ययन के कुछ प्रमुख संस्थान इस प्रकार हैं- इंडियन स्टेटिस्टिकल इंस्टीट्यूट (भारतीय सांख्यिकी संस्थान), 203 बीटी रोड, कोलकाता, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल डेवलपमेंट, राजेंद्र नगर, हैदराबाद, इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनोमिक ग्रोथ, दिल्ली विश्वविद्यालय, नार्थ कैम्पस, दिल्ली, भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान संस्थान, जे.एन.यू. इंस्टीट्यूशनल एरिया अरुणा आसफ अली मार्ग, नई दिल्ली, इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज, 8 बी. झालना इंस्टीट्यूशनल एरिया, जयपुर, इंदिरा गाँधी इंस्टीट्यूट ऑफ डेवलपमेंट रिसर्च, जनरल ए के वैद्य मार्ग फिल्म सिटी रोड, गोरेगाँव, मुंबई आदि ।