आईईएस परीक्षा इंजीनियरिंग की डिग्री ले चुके छात्र-छात्राओं को आकर्षित करती है । इसकी लिखित परीक्षा दो भागों में होती है । पहले भाग के अंतर्गत वस्तुनिष्ठ प्रश्नपत्र और दूसरे भाग में परंपरागत विवरणात्मक प्रश्नपत्र होते हैं । दोनों भाग सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक व टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के अनुसार ही तैयार किए जाते हैं । पहला चरण भर्ती का होता है और दूसरा चरण पर्सनेलिटी टेस्ट का होता है । पहला पेपर (वस्तुनिष्ठ प्रकार का) जनरल एबिलिटी टेस्ट-भाग-ए जनरल इंग्लिश, भाग बी- जनरल स्टडीज का होता है । दूसरा पेपर और तीसरा पेपर (वस्तुनिष्ठ प्रकार का) क्रमश: सिविल, मेकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स और टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग का होता है । चौथा और पाँचवाँ पेपर (परंपरागत निबंध) क्रमश: सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स और टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग से जुड़े होते हैं । यदि आप लिखित परीक्षा उत्तीर्ण कर लेते हैं तो 200 अंकों के पर्सनेलिटी टेस्ट से गुजरना पड़ता है । केंद्रीय सरकार के अलग-अलग समूहों के अंतर्गत इस परीक्षा में सफल उम्मीदावारों की नियुक्ति होती है । इस परीक्षा के लिए आयु सीमा 21 से 30 वर्ष के बीच है । अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों को नियमानुसार छूट का प्रावधान है ।