एग्जिबिशन के बढऩे के साथ ही इस क्षेत्र में रोजगार के नए चमकीले अवसर सृजित हो रहे हैं। गौरतलब है कि एग्जिबिशन डिजाइनर वह व्यक्ति होता है जो पूरी एग्जिबिशन को सजाता एवं संवारता है जिससे उपभोक्ता प्रदर्शित उत्पादों की ओर आकर्षित हो सकें। यदि आप में अच्छी कल्पनाशक्ति तथा सृजनात्मकता है तो एग्जिबिशन डिजाइनर बनकर आप अपना चमकीला भविष्य संवार सकती हैं। यकीनन वर्तमान समय में विभिन्न उत्पादों को बेचने के लिए प्रतिस्पर्धा इतनी अधिक बढ़ गई है कि बाजार में अपनी पहचान स्थापित करने के लिए उत्पादक को उत्पाद को स्वयं ही प्रमोट या प्रदर्शित करना पड़ रहा है। अब यदि उत्पादक द्वारा व्यक्तिगत रूप से ग्राहकों से संपर्क स्थापित किया जाए तो इससे वक्त एवं पैसे दोनों की बहुत अधिक बरबादी होती है और अपेक्षित लाभ भी नहीं मिल पता है, लेकिन ट्रेड, फैशन, टूरिज्म, हैरिटेज, टेक्नोलॉजी एग्जिबिशन (प्रदर्शनियों) के माध्यम से एक ही स्थान पर लाखों उपभोक्ताओं का ध्यान आकर्षित किया जा सकता है तथा उन्हें उत्पाद खरीदने के लिए प्रेरित भी किया जा सकता है। बाजार की इसी माँग को देखते हुए आज उत्पाद की एग्जिबिशन का महत्व काफी बढ़ गया है। उत्पादकों को इससे लाभ भी बहुत अधिक होता है, क्योंकि इसके माध्यम से ग्राहक द्वारा कंपनियाँ तत्काल फीडबैक भी प्राप्त कर लेती हैं, जो कि कंपनी के उत्पाद को भविष्य में और बेहतर बनाने के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है। यही कारण है कि वर्तमान समय में हर छोटे-बड़े शहरों में प्रदर्शनियों का चलन बहुत तेजी से विकसित हुआ है। एग्जिबिशन डिजाइनिंग को करियर के रूप में अपनाने के लिए प्रशिक्षण की आवश्यकता है, जिससे उम्मीदवार इस क्षेत्र की बारीकियों को बेहतर ढ़ंग से समझ सके। एग्जिबिशन डिजाइनिंग में करियर बनाने हेतु देश के प्रतिष्ठिïत नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन से चार वर्षीय ग्रेजुएट डिप्लोमा प्रोग्राम इन डिजाइनिंग का कोर्स किया जा सकता है। इसमें एग्जिबिशन डिजाइनिंग में स्पेशलाइजेशन करवाया जाता है। इस कोर्स हेतु न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता किसी भी विषय समूह से बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण होना है। इसके अतिरिक्त इंटीरियर डिजाइनिंग या इवेंट मैनेजमेंट के पाठ्यक्रम भी किए जा सकते हैं। इंटीरियर डिजाइनिंग तथा इवेंट मैनेजमेंट के पाठ्यक्रमों में भी एग्जिबिशन डिजाइनिंग सिखाई जाती है। इन कोर्सों को करने के बाद आप अपने करियर की शुरुआत एग्जिबिशन डिजाइनर के रूप में कर सकते हैं। इस क्षेत्र में प्रशिक्षण लेने के उपरांत करियर की उजली संभावनाएँ हैं। इस क्षेत्र में स्टॉल, ट्रेड फेयर तथा प्रदर्शनियों में आंतरिक साज-सज्जा करनी होती है, वहीं सौंदर्य प्रतियोगिताओं, म्यूजिक कन्सर्ट, अवॉर्ड सेरेमनी, कला प्रदर्शनी तथा यहाँ तक कि फिल्म और थिएटर सेट भी डिजाइन करने का अवसर प्राप्त होता है। साथ ही सरकारी और निजी सेक्टर के संगठन, टे्रवल और टूरिज्म इंडस्ट्री, म्यूजियम, कल्चरल इंस्टीट्यूट, हेटिटेज संगठन, एनजीओ, सरकारी तथा गैर सरकारी क्षेत्र के कार्पोरेट तथा विजुअल मर्चेंडाइजिंग विभागों में एग्जिबिशन डिजाइनरों की भारी माँग है। देश-विदेश में बड़े पैमाने पर फैली इवेंट मैनेजमेंट कंपनियाँ और इंटीरियर डिजाइनिंग कंपनियाँ एग्जिबिशन डिजाइनरों को रोजगार के उजले अवसर उपलब्ध कराती हैं। एग्जिबिशन डिजाइनिंग का कोर्स करने के उपरांत प्रारंभ में किसी प्रतिष्ठिïत एग्जिबिशन डिजाइनर, इंटीरियर डेकोरेटर, आर्ट डायरेक्टर अथवा सेट डिजाइनर के सहायक के रूप में कार्य किया जा सकता है। शुरुआत में आप किसी डिजाइनर के सहायक के रूप में काम कर सकते हैं। अनुभव बढऩे के साथ-साथ वेतन में भी वृद्धि होती जाती है। लंबा अनुभव हो जाने के उपरांत स्वयं की कंपनी भी प्रारंभ की जा सकती है। एग्जिबिशन डिजाइनिंग का कोर्स कराने वाले देश के प्रमुख संस्थान इस प्रकार हैं- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन (निड), मेन केम्पस, पालडी, अहमदाबाद। एपीजे इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन 54, महरौली, नई दिल्ली। मुद्रा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज एंड रिसर्च, अहमदाबाद। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन इंडिया, हेबिटेट सेंटर, लोधी रोड, नई दिल्ली। भारतीय जनसंचार संस्थान, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर, नई दिल्ली। जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली।