एग्रीकल्चर एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जिसमें कभी अप एंड डाउन नहीं आया इसलिए यह कोर्स युवाआें को हमेशा पसंद रहा है। यह भी देखा गया है कि यह कोर्स वही छात्र लेेते हैं जिनकी रुचि एग्रीकल्चर में है । इसमें फॉर्मिंग, बागवानी, फूलों की खेती, चाय और कॉफी की खेती, डेयरी, मुर्गीपालन, मत्स्यपालन आदि के साथ-साथ मिट्टी और पानी के प्रबंध से पेस्ट प्रबंध और पोस्ट-हारवेस्ट टैक्नोलॉजी, एग्री कृषि उद्योग प्रबंध आदि के क्षेत्रों में पढ़े-लिखे कृषि स्नातकों की जरूरत होती है । क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों आदि में भी कृषि स्नातकों को नौकरियों में प्राथमिकता प्राप्त होती है । राष्ट्रीयकृत बैंकों की जो शाखाएँ ग्रामीण क्षेत्रों में हैं कृषि के छात्रों को नौकरी देती हैं । इनके अलावा एग्री बिजनेस, एग्री उद्योग में भी काम मिलता है, जिसमें पैकिंग, ट्रांसपोर्टेशन वितरित करना और मार्केटिंग आदि शामिल है ।