एस्ट्रोनॉमी में करियर बनाने के लिए गणित, विज्ञान और कम्प्यूटर विज्ञान की पढ़ाई पर फोकस करना जरूरी है। बारहवीं के बाद फिजिक्स या मैथमेटिक्स से स्नातक पास स्टूडेंट्स थ्योरेटिकल एस्ट्रोनॉमी के कोर्स में एंट्री ले सकते हैं इसके अलावा इंस्ट्रूमेंटेशन या एक्सपेरिमेंटल एस्ट्रोनॉमी में प्रवेश के लिए बीई (बैचलर ऑफ इलेक्ट्रॉनिक/ इलेक्ट्रिकल/ इलेक्ट्रिकल कम्युनिकेशन) की डिग्री जरूरी है। यदि एस्ट्रोनॉमी के पीएचडी कोर्स (फिजिक्स, थ्योरेटिकल व ऑब्जर्वेशनल एस्ट्रोनॉमी, एटमॉस्फेरिक एंड स्पेस साइंस आदि) में प्रवेश लेना चाहते हैं, तो ज्वाइंट एंट्रेंस स्क्रीनिंग टेस्ट-जेईएसटी से गुजरना होगा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), डिफेंस रिसर्च डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ), भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र (बार्क) तथा अन्य सरकारी संस्थानों में एस्ट्रोनॉमी के कोर्सेस से पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद रोजगार के अवसर उपलब्ध है। इस क्षेत्र में रिसर्च और करियर के लिए अच्छे अवसर विदेशों में भी हैं।