ऑप्टोमेट्री का क्षेत्र संभावनाओं से भरा हुआ है । ऑप्टोमीट्रिस्ट का कार्य आँखों की खराबी एवं अन्य संबंधित विकारों का पता लगाने हेतु जाँच करना है । ऑप्टोमेट्री व ऑप्थेल्मिक टेक्नोलॉजी में दो या तीन वर्ष के पाठ्यक्रम किए जा सकते हैं । विज्ञान विषयों सहित 12वीं कक्षा उत्तीर्ण उम्मीदवार ऑप्थेल्मिक पाठ्यक्रम कर सकते हैं । निम्नलिखित संस्थानों से यह पाठ्यक्रम किया जा सकता है -श्री वैष्णव पॉलिटेक्निक, एमओजी लाइन इंदौर, शंकर नेत्रालय मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन, चेन्नई, क्रिश्चियन मेडिकल शैल नेत्र चिकित्सालय, बैंगलौर, पंडित जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल मेडिकल कॉलेज, रायपुर, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नई दिल्ली ।