कोविड-19 के बीच डेटा साइंस चमकीले करियर के रूप में उभरकर दिखाई दे रहा है। आईआईटी मद्रास ने देश में पहली बार डेटा साइंस में बीएससी का ऑनलाइन डिग्री कोर्स तैयार किया है। हाल ही में मानव संसाधन विकास मंत्री श्री रमेश पोखरियाल ने इसकी लांचिग की है। बीएससी की यह ऑनलाइन डिग्री प्रोगामिंग एंड डेटा साइंस में कराई जाएगी। इस कोर्स में प्रवेश के लिए आवेदक के पास रेगुलर कोर्स से पास की गई डिग्री होना जरूरी है। यह कोर्स उन लोगों के लिए बहुत उपयोगी है, जो कहीं रोजगार में हैं और अब अपने रोजगार के कारण ऑफलाइन डिग्री के रूप में डेटा साइंस की कोई डिग्री प्राप्त करने में मुश्किल अनुभव करते हैं। इस ऑनलाइन कोर्स के लिए लैब की जरूरत नहीं पड़ेगी और घर पर ही आसानी से प्रोग्रामिंग की जा सकेगी। डेटा साइंस में बीएससी डिग्री प्राप्त करने के लिए स्टूडेंट को फाउंडेशन स्तर, डिप्लोमा और डिग्री स्तर को पूरा करना होगा। इसके अलावा, तीन निकास स्तर भी हैं। स्टूडेंट किसी भी स्तर पर पाठ्यक्रम से बाहर निकल सकते हैं। वे या तो डिग्री के तीनों स्तरों को पूरा कर सकते हैं, या फिर फाउंडेशन या डिप्लोमा पूरा करने के बाद बाहर निकल सकते हैं। एडमिशन के लिए 4 हफ्ते का ऑनलाइन कोर्स और असाइनमेंट मिलेगा। जो छात्र वीकली असाइमेंट में पासिंग मार्क्स ला पाएंगे, उन्हें क्वालीफायर एग्जाम का मौका दिया जाएगा। जो छात्र क्वालिफायर एग्जाम में पासिंग मार्क्स लाएंगे, उन्हें फाउंडेशनल लेवल में रजिस्ट्रेशन का मौका मिलेगा। निश्चित रूप से डेटा साइंस में डिग्री कोर्स आज के समय की जरूरत है। आईआईटी मद्रास ने इसे रोजगार बाजार को ध्यान में रखकर डिजाइन किया है। डेटा वैज्ञानिकों की मांग और जॉब मार्केट में उपयुक्त योग्य मानव संसाधन की कमी को देखते हुए इस कोर्स को बड़ी अहमियत दिखाई दे रही है। निसंदेह यह कोर्स रोजगार बाजार में आने वाले समय में गेमचेंजर साबित हो सकता है। एक अनुमान के मुताबिक वर्ष 2026 तक डेटा साइंस सेक्टर में एक करोड़ 15 लाख रोजगार अवसर पैदा हो सकते हैं।