क्रिमिनोलॉजिस्ट या अपराध विज्ञानी का कार्यक्षेत्र लगातार विस्तृत होता जा रहा है । किसी भी तरह की आपराधिक घटना घटने पर पुलिस सामान्यत: क्रिमिनोलॉजिस्ट की सहायता लेती है । चोरी, डकैती, हत्या जैसे पारंपरिक अपराधों के अलावा आतंकवादी घटनाओं, साइबर अपराध वगैरह को सुलझाने में भी अपराध विज्ञानियों की आवश्यकता होती है । जिस तरह अपराधों का ग्राफ दिन-प्रतिदिन बढ़ रहा है उसी प्रकार इस क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएँ भी तेजी से बढ़ रही हैं । विभिन्न सरकारी विभागों के साथ-साथ निजी क्षेत्र में भी अपराध विज्ञानियों की माँग तेजी से बढ़ी है । सीबीआई, आईबी, पुलिस प्रशासन, भारतीय सेना पुलिस (थल सेना पुलिस, नौसेना पुलिस एवं वायुसेना पुलिस), रिसर्च एनालिस्ट विंग, विभिन्न सरकारी प्रयोगशालाओं आदि सरकारी क्षेत्रों के अलावा तेजी से खुल रही निजी डिडेक्टिव कंपनियों व निजी प्रयोगशालाओं आदि में भी रोजगार के बहुत अच्छे अवसर उपलब्ध हैं । क्रिमिनोलॉजी से संबंधित विभिन्न पाठ्यक्रम एवं उन्हें संचालित करने वाले संस्थान इस प्रकार हैं- अपराध विज्ञान में स्नातक एवं स्नोतकोत्तर उपाधि सहित शोध कार्य की सुविधा डॉ. हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर में उपलब्ध है । अपराध विज्ञान में स्नातकोत्तर उपाधि बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी (उ.प्र.) में उपलब्ध है । अपराध विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा सयाजीराव महाराज विश्वविद्यालय, बड़ोदरा (गुजरात) में उपलब्ध है । अपराध विज्ञान में स्नातकोत्तर उपाधि कर्नाटक विश्वविद्यालय, धाखाड़, कर्नाटक में उपलब्ध है ।