दुधारू पशु आहार निर्माण के साथ-साथ आप मुर्गीदाना निर्माण इकाई भी प्रारंभ कर सकते हैं। इन दोनों प्रकार के आहार बनाने में प्रमुख रूप से मूंगफली की खली, गेहूँ का भूसा,धान की भूसी, मक्का, हल्की क्लालिटी का गेहूं, शीरा, मिनरल मिक्सर तथा विटामिन मिक्स आदि कच्चे माल के रूप में प्रयुक्त होते हैं। इसके अतिरिक्त पशु आहार में कपास के बीज, नमक तथा कैल्शियम कार्बोनेट तथा मुर्गीदाना में लहसुन की घास, फिश मील तथा सनफ्लॉवर की खली भी मिलाई जाती है। इन विभिन्न प्रकार के कच्चे माल को पल्वराइजर मशीन में पीसकर निर्धारित अनुपात के अनुसार विभिन्न अवयवों को मिक्सर में समान रूप से मिलाया जाता है। अंत में शीरा, विटामिन तथा खनिज लवण मिलाकर तैयार उत्पाद को बोरों में पैककर विपणन हेतु प्रस्तुत किया जाता है। इन इकाइयों से संबंधित और अधिक जानकारी के लिए आप अपने निकट के किसी कृषि महाविद्यालय की हेल्प डेस्क से संपर्क करें या जिले में स्थित जिला उद्योग एवं व्यापार केन्द्र से परामर्श लें।