मानव सेवा के साथ चिकित्सा के क्षेत्र में भी रुचि रखने वाली युवतियों के लिए नर्सिंग एक बहुत ही अच्छा कॅरियर विकल्प है। गौरतलब है कि नर्सिंग पाठ्यक्रम को तीन भागों में विभाजित किया गया है। प्राथमिक स्तर पर ऑग्जिलरी नर्स मिडवाइफ (एएनएम), द्वितीय स्तर पर जनरल नर्सिंग मिडवाइफरी(जीएनएम) तथा अंत में बीएससी नर्सिंग। इनमें से एएनएम कोर्स में प्रवेश के लिए 10वीं कक्षा न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ उत्तीर्ण होना आवश्यक है। जीएनएम पाठ्यक्रम 12वीं के बाद किया जा सकता है। इसमें भी 50 प्रतिशत अंकों के साथ बारहवीं उत्तीर्ण होना आवश्यक है। कुछ नर्सिंग कॉलेज केवल जीव विज्ञान विषय की छात्राओं को ही इस कोर्स में दाखिला देते हैं, जबकि कुछ कॉलेज इसमें थोडी छूट देते हुए कला एवं वाणिज्य से संबद्ध छात्राओं को भी दाखिला देते हैं। बीएससी नर्सिंग पाठ्यक्रम हेतु 12वीं जीव विज्ञान समूह से उत्तीर्ण होना आवश्यक है। चार वर्ष का यह कोर्स पूरा होने पर स्टाफ नर्स के रूप में नियुक्ति के अवसर हैं। व्यावसायिक परीक्षा मंडल, भोपाल द्वारा जनरल नर्सिंग सिलेक्शन टेस्ट का आयोजन मध्यप्रदेश की मूल निवासी युवतियों के लिए मध्यप्रदेश के 15 शासकीय चिकित्सालयों में चल रहे नर्सिंग प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए किया जाता है। जीव विज्ञान विषय से 12वीं उत्तीर्ण छात्राएँ इस परीक्षा में शामिल हो सकती हैं। नर्सिंग से संबंधित पाठ्यक्रम संचालित करने वाले प्रमुख संस्थान इस प्रकार हैं- कॉलेज ऑफ नर्सिंग, इंदौर। जिला अस्पताल, बिलासपुर। जया आरोग्य अस्पताल, ग्वालियर। मेडिकल कॉलेज अस्पताल, जबलपुर।