मैं प्लास्टिक की बोतलें तथा प्लास्टिक के जार बनाने की इकाई  प्रारंभ करना चाहता हूँ । कृपया जानकारी प्रदान करें।

देखने में सुन्दर, उपयोग में सुविधाजनक तथा अन्य गुणों से परिपूर्ण पौलीएथलीन टेरेफ्थलेट अथवा पैट से बनाए जाने वाली बोतलों अथवा जारों के उपयोग में पिछले कुछ वर्षों में आश्चर्यजनक रूप से भारी वृद्धि हुई है। विशेषतया मिनरल वाटर के उपयोग में वृद्धि होने के कारण तथा मिनरल वाटर के संग्रहण हेतु मुख्यतया इसी प्रकार की बोतलों के उपयोग के कारण इनके प्रति न केवल विभिन्न उपभोक्ता वस्तुओं के उत्पादकों की, बल्कि जनसामान्य की भी अत्यधिक रुचि बढ़ी है। यद्यपि इस प्रकार की बोतलें ‘मिनरल वॉटर बोतलों’ के नाम से ज्यादा प्रसिद्ध हुई हैं परन्तु इस प्रकार की बोतलें अनेकों अन्य वस्तुओं की पैकिंग हेतु भी उपयुक्त पाई गई हैं। क्योंकि पैट मेटेरियल पूर्णतया नॉन टॉक्सिक होता है, अनब्रेकेबल होता है, पारदर्शी होता है, इससे पैक की जाने वाली वस्तु में इसकी गंध भी नहीं आती है यह हल्का होता है तथा स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित होता है, अत: इससे बनाई जाने वाली बोतलों तथा जारों में भी ये समस्त गुण होते हैं जिनके कारण उन्हें उपभोक्ताओं द्वारा सहर्ष स्वीकार किया गया है तथा यही इनके बढ़ते जा रहे उपयोग का प्रमुख कारण है। वर्तमान में अनेकों उद्यमी मिनरल वाटर, दवाइयों (सिरप), शरबत आदि का उत्पादन कर रहे हैं, जिनकी आवश्यकता/ माँग तथा डिजाइन के अनुसार उन्हें बोतलें प्रदाय की जा सकती हैं। इस प्रकार इन बोतलों/जारों की बिक्री हेतु बहुत बड़ा बाजार उपलब्ध है तथा इस प्रकार की इकाई किसी भी जिला स्तर पर सफलतापूर्वक स्थापित की जा सकती है। निर्माण प्रक्रिया- प्लास्टिक की बोतलों के निर्माण हेतु दो प्रकार की प्रक्रियाएँ प्रयुक्त की जा सकती हैं- 1. प्रथम प्रक्रिया में सर्वप्रथम पौलीएथलीन टेरेफ्थलेट (पेट) मेटेरियल से नलकियाँ (प्रीफार्म) बनाए जाते हैं तथा इसके उपरान्त इन नलकियों से बोतलें बनाई जाती हैं। दूसरी प्रक्रिया में बनी-बनाई नलकियाँ दूसरे उत्पादकों से ली जाती हैं अर्थात बाजार से खरीदी जाती हैं तथा इन बनी बनाई नलकियों से बोतलें बनाई जाती हैं। गौरतलब है कि दूसरी प्रक्रिया से बोतलें बनाने में पूँजी निवेश भी कम लगता है, कार्यस्थल भी कम लगता है तथा इस विधि से बोतलों का निर्माण आसान भी है। अत: इस दूसरी निर्माण प्रक्रिया में स्वचालित मशीन में नलकियाँ डालकर उनसे बोतलों को निर्माण किया जाता है। क्योंकि यह मशीन पूर्णतया स्वचलित होती है अत: एक तरफ से प्रीफार्म डाले जाते हैं तथा दूसरी तरफ से बोतलें बनकर बाहर निकल आती हैं। इन बोतलों का गुणवत्ता हेतु परीक्षण करने के उपरान्त सही पाई जाने वाली बोतलों पर ढक्कन लगाकर इन्हें विपणन हेतु बाजार में प्रस्तुत कर दिया जाता है। इस इकाई से संबंधित विस्तृत विवरण के लिए आप अपने जिले में स्थित जिला उद्योग एवं व्यापार केन्द्र से संपर्क कर सकते हैं।

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