वे दिन अब बीती बातें हो गए, जब यह फील्ड केवल सुंदर युवतियों का प्रोफेशन माना जाता था। आज तेजी से फलते-फूलते एविएशन उद्योग में युवकों की भी अहमियत बढ़ गई है। पुरुष वर्ग भी इस पेशे को गंभीरता से ले रहे हैं। यह एक नॉन टेक्निकल प्रोफेशन है, जहाँ फ्लाइट स्टुअर्ड के रूप में आपको ग्राउंड ड्यूटी, रिसेप्शन, बुकिंग, बोर्डिंग में मदद, लगेज हैंडलिंग, भोजन सर्व करना व सिक्योरिटी चेकअप जैसी सेवाएँ प्रदान करनी होती हैं। एविएशन इंडस्ट्री में फ्लाइट स्टुअर्ड के रूप में कॅरियर शुरू करने के लिए बारहवीं उत्तीर्ण होना आवश्यक है। कुछ संस्थानों में तो मात्र इंटरव्यू के आधार पर ही प्रवेश दिया जाता है, पर कुछ संस्थानों में दाखिला बारहवीं में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंक के तहत होता है। उम्र 17 से 24 वर्ष के बीच होनी चाहिए। साथ ही प्लींजिंग पर्सनेलिटी व अच्छी कम्युनिकेशन स्किल खास महत्व रखती है। फ्लाइट स्टुअर्ट के कोर्स में प्रवेश के लिए आपकी शारीरिक ऊँचाई न्यूनतम 5.8 फीट होनी चाहिए। एयरवेज या हॉस्पिटेलिटी सर्विसेज में कॅरियर बनाने के इच्छुक लोगों के लिए मुख्यत: एक साल का डिप्लोमा कोर्स ही पर्याप्त माना जाता है। एयरवेज व हॉस्पिटेलिटी सर्विसेज के क्षेत्र में सुनहरे भविष्य के साथ ही अच्छा वर्क एनवॉयरमेंट तथा आकर्षक वेतन भी मौजूद है। इसके साथ ही इसी प्रशिक्षण से आप चाहें तो होटल, ट्रेवल एजेंसी व मल्टीनेशनल कंपनियों में बतौर कस्टमर केयर व फ्रंट ऑफिस एक्जीक्यूटिव का करियर भी चुन सकते हैं और सपनों को साकार करने के लिए फ्लाइट स्टुअर्ड बनकर लाख रुपए मासिक वेतन भी पा सकते हैं। फ्लाइट स्टुअर्ड का कोर्स कराने वाले देश के प्रमुख संस्थान इस प्रकार हैं- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन, चंडीगढ़। दी एयर हॉस्टेज एकेडमी, नई दिल्ली। फ्रैंकफिन इंस्टीट्यूट ऑफ एयर होस्टेस ट्रेनिंग, नई दिल्ली। ब्रिटिश एयर हॉस्टेस एकेडमी, चंडीगढ़।