मर्चेंट नेवी एक व्यावसायिक बेड़ा होता है, जिसके द्वारा सामान और कई बार यात्रियों को लाने-ले जाने का काम किया जाता है। मर्चेंट नेवी के बेड़े मेंं कार्गो शिप्स, कंटेनर शिप्स, बार्ज कैरिंग शिप्स, टैंकर्स, बल्क कैरियर्स, रेफ्रिजरेटर शिप्स और साथ ही पैसेंजर शिप्स शामिल होते हैं। मर्चेंट नेवी में एक तरफ जहाँ रोमांच होता है, वहीं दूसरी तरफ इसमें कड़ी मेहनत, नेविगेशन, कई तरह के जहाजों, जो समुद्र में लंबी दूरी की यात्रा तय करते हैं, की मेंटिनेंस और उनके सुरक्षित परिचालन का ज्ञान भी अपेक्षित होता है। मर्चेंट नेवी में करियर के कई प्रमुख क्षेत्र हैं, जिनमें से एक नेविगेटिंग ऑफिसर का भी है। इंजीनियरिंग, मैरीन इंजीनियर्स इलेक्ट्रिकल तथा रेफ्रिजरेटिंग मशीनरी,मेन इंजन, ऑग्जीलरी मशीनरी तथा सुरक्षा उपकरण सहित सभी इंस्टालेशंस के ऑपरेशन और मेंटिनेंस के लिए नेविगेटिंग ऑफिसर ही जिम्मेदार होते हैं। वे समुद्र में रिपेयर और पोर्ट पर ओवरहाल का सुपरविजन भी करते हैं। नेविगेटिंग ऑफिसर्स शिप को चलाने, सामान को अच्छे तरीके से लोड करने तथा जहाज से सामान उतारने के लिए जिम्मेदार होते हैं। मर्चेंट नेवी में नेविगेटिंग ऑफिसर बनने के लिए नॉटिकल साइंस में बीएससी या मैकेनिकल या मैरीन इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री होना आवश्यक है। बारहवीं गणित विषय समूह से उत्तीर्ण छात्र प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण कर नॉटिकल साइंस या मैरीन इंजीनियरिंग कोर्स में दाखिला ले सकते हैं। टीएस (ट्रेनिंगशिप) चाणक्य, मुंबई, नॉटिकल साइंस में 3 वर्ष का डिग्री कोर्स कराता है। इसके अलावा मैरीन इंजीनियरिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट कोलकाता और मुंबई मैरीन इंजीनियरिंग में 4 वर्ष का ट्रेनिंग कोर्स कराते हैं। इन कोर्स को करने के उपरांत आप मर्चेंट नेवी में नेविगेटिंग ऑफिसर के पद हेतु आवेदन करके जरूरी प्रक्रिया पूरी करके यह पद प्राप्त कर सकते हैं।