अगर आपको खाना खिलाने और अतिथि सत्कार में आनंद आता है, तो कुकिंग आपके लिए अच्छा करियर बन सकता है। देश में जिस तेजी से होटल व्यवसाय बड़ रहा है, उससे इस क्षेत्र में रोजगार की चमकीली संभावनाएँ विकसित हो रही हैं। मनोरंजन जगत की बात की जाए तो टीवी चैनलों पर प्रसारित कुकरी शो ने इस फील्ड को काफी लोकप्रियता दी है। संजीव कपूर, विकास खन्ना आज लगभग हर घर में पहचाने जाते हैं। आज बावर्ची पारंपरिक छबि से उभरकर सेलिब्रिटी बन गया है, जिसके पास मान-सम्मान तो है ही, पैसा भी बेशुमार है। इस फील्ड में आने के इच्छुक युवाओं के लिए एक अच्छी खबर यह है कि भारतीय बावर्ची की माँग न केवल देश बल्कि विदेशों में भी खूब है । इस क्षेत्र में पैसा और सम्मान दोनों भरपूर है लेकिन यहाँ उसी को आना चाहिए जो प्रयोगशील हो और धुन का पक्का हो। साथ ही शारीरिक दृढ़ता, भोजन से प्यार, जानने की तीव्र इच्छा, प्रयोग करने में रुचि, अतिथि सत्कार और व्यावसायिकता की समझ अहम है। बावर्ची बनने के लिए केवल खाना बनाने में रुचि ही नहीं बल्कि कुछ न्यूनतम शैक्षिक योग्यताओं का होना भी आवश्यक है जैसे होटल मैनजमेंट और क्लीनरी आर्ट में डिप्लोमा या डिग्री। व्यावसायिक बावर्ची बनने की यह मूलभूत आवश्यकता है। कुछ होटल मैनेजमेंट संस्थान फूड प्रोडक्शन में सर्टिफिकेट कोर्स की सुविधा भी देते हैं। भारत सरकार के खाद्य संस्थान भी इससे संबंधित कोर्स कराते हैं, जिन्हें करने के बाद आप न केवल बावर्ची बल्कि होटल उद्योग से जुडे अन्य क्षेत्रों में भी करियर बना सकते हैं। इस क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक युवाओं को बारहवीं उत्तीर्ण होना आवश्यक है। कई संस्थानों में दाखिले से पहले लिखित परीक्षा एवं साक्षात्कार भी लिया जाता है। पाठ्यक्रम कराने वाले प्रमुख संस्थान इस प्रकार हैं- नेशनल काउंसिंल फॉर होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी, लाइब्रेरी एवेन्यू, पूसा कॉम्प्लेक्स, नई दिल्ली। कॉलेज ऑफ हॉस्पिटेलिटी एंड टूरिज्म, रॉय फाउंडेशन, गुडगाँव । इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट, गवर्नमेंट पॉलीटेक्निक कंपाउंड, अहमदाबाद । मध्यप्रदेश में होटल मैनेजमेंट-केटरिंग का पाठ्यक्रम कराने वाले प्रमुख संस्थान-विश्वविद्यालय इस प्रकार हैं- बरकतउल्ला विश्वविद्यालय, भोपाल, जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर। अवधेश प्रतापसिंह विश्वविद्यालय,रीवा आदि।