सौंदर्य की समुचित देखभाल की कला को कॉस्मेटोलॉजी कहते हैं। इसमें चर्म रोग, स्कीन ट्रीटमेंट, दंत रोग, आहार व अन्य जरूरी जानकारियों के बारे में बताया जाता है। इस कला के द्वारा इलाज व सुरक्षा देकर त्वचा, बालों, नाखून व दांतों में मनवांछित सुधार किया जाता है। कॉस्मेटोलॉजी का पाठ्यक्रम करने के बाद विभिन्न प्रकार के रोजगार किए जा सकते हैं, जैसे- हेयर डिजायनर, एसथिशियन, मेकअप आर्टिस्ट, मैनीक्यूरिस्ट, सैलून प्रबंधक, रिसर्च स्पेशलिस्ट, ब्यूटी मैग्जीन रायटर, लेजर थैरेपिस्ट, मसाज थैरेपिस्ट, ब्यूटी थैरेपिस्ट, डेन्टल कॉस्मेटोलॉजिस्टर, ब्यूटी काउंसलर, माइक्रोडर्मसियन विशेषज्ञ आदि। कॉस्मेटोलॉजी का कोर्स करने के उपरांत स्वयं का स्वरोजगार भी प्रारंभ किया जा सकता है। कॉस्मेटोलॉजी का कोर्स बारहवीं के उपरांत किया जा सकता है। कॉस्मेटोलॉजी का कोर्स इन संस्थानों में उपलब्ध है- शहनाज हुसैन स्कूल ऑफ ब्यूटी, नई दिल्ली। ग्लोबल इंस्टीट्यूट, जनकपुरी, नजफगढ़ रोड, नई दिल्ली। डेंटल एंड कॉस्मेटिक रिसर्च इंस्टीट्यूट, बी- 83, निराला नगर, लखनऊ। वीएलसीसी, सप्रू मार्ग, लखनऊ। कॉस्मेटिक लेजर सेंटर, हेल्थकेयर लिमिटेड, लाजपत नगर, नई दिल्ली।