वर्तमान समय में हर्बल शैम्पू का निर्माण एक लाभप्रद व्यवसाय बन गया है। हर्बल शैम्पू निर्माण इकाई में लगभग 30 हजार रुपए की मशीनरी की आवश्यकता पड़ती है। इसमें ग्राइंडर अथवा डी.पी. पल्वराइजर (दो हॉर्स पॉवर मोटर सहित) मिक्सर, तुला तथा प्लास्टिक बैग सीलिंग मशीन तथा पैंकिंग हेतु डिब्बे प्रमुख होते हैं। कच्चेमाल र्में त्रिफला, रीठा, शिकाकाई, नीम की छाल, सुगंधित द्रव (आँवला या ब्राह्मी) फोमिंग एजेंट तथा मुल्तानी मिट्टी प्रमुख हैं। एक लाख रुपए की लागत क्षमता वाली हर्बल शैम्पू निर्माण इकाई हेतु हितग्राही 5 प्रतिशत की मार्जिन मनी लगाकर 95 हजार रुपए प्रधानमंत्री रोजगार योजनांतर्गत प्राप्त कर सकता है। इस इकाई हेेतु प्रशिक्षण एवं स्थापना से संबंधित विस्तृत जानकारी अपने जिले में स्थित जिला उद्योग एवं व्यापार केंद्र से प्राप्त की जा सकती है।