वर्तमान समय में मानव तस्करी (ह्यूमन ट्रेफिकिंग) वैश्विक स्तर पर एक उद्योग का रूप ले चुकी है। आज शायद ही कोई ऐसा देश हो, जो इस समस्या से न जूझ रहा हो। यूनाइटेड नेशन के एक अनुमान के मुताबिक विश्व के लगभग 127 देशों में तकरीबन 2.5 मिलियन व्यक्ति इसके शिकार हैं। मानव तस्करी से भारत भी अछूता नहीं है और यहाँ भी यह एक जटिल समस्या का रूप लेती जा रही है। मानव तस्करी के अवैध धंधे के कारण महिलाओं और बच्चों का यौन शोषण, बाल श्रम, दासता जैसी घटनाओं का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है, जो किसी भी सभ्य समाज के लिए एक कलंक है। मानव तस्करी के विरुद्ध जागरूकता फैलाने एवं इसे रोकने के उद्देश्य से हाल ही में भारत सरकार के गृह मंत्रालय के सहयोग से इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, (इग्नू), नई दिल्ली ने एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग में सर्टिफिकेट प्रोग्राम की शुुरुआत की गई है। इस कोर्स के अंतर्गत छात्रों को मानव तस्करी रोकने के लिए बने विभिन्न कानूनों, उसे कारगर ढंग से लागू करने के उपायों, रिहेबिलिटेशन आदि के बारे में जानकारी देने की व्यवस्था की गई है। इस कोर्स को करने के लिए जो योग्यता निर्धारित की गई है, वह इस प्रकार है- किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएशन डिग्री। संबंधित क्षेत्र में 5 वर्ष के अनुभव के साथ 10 + 2 पास अथवा 5-7 वर्ष के अनुभव के साथ दसवीं पास (केवल वैसे छात्र, जिन्होंने दसवीं के बाद इग्नू से ब्रिज कोर्स कर रखा हो)। इस कोर्स को करने के लिए आपको 6 महीने का समय दिया जाता है। यदि किसी कारणवश आप 6 माह में कोर्स नहीं कर पाते तो आप अधिकतम 2 वर्ष तक इसे पूरा कर सकते हैं। इस कोर्स में नामांकन के लिए प्रॉस्पेक्टस और एप्लीकेशन फॉर्म आप इग्नू मुख्यालय अथवा किसी भी रीजनल सेंटर से ले सकते हैं। एप्लीकेशन फॉर्म इग्नू की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। इस कोर्स से संबंधित विस्तृत विवरण के लिए वेबसाइट- www.ignou.ac.in लॉग ऑन करें।