रोजमर्रा के जीवन में इंटरनेट के तेजी से बढ़ते उपयोग से सुरक्षा संबंधी समस्याएँ भी बढ़ी हैं। चूँकि भारत में पिछले कुछ वर्षों में साइबर क्राइम की समस्या तेजी से बढ़ी है इसलिए कंपनियों से लेकर सरकारी एजेंसियों तक में साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल की माँग बढ़ रही है। भविष्य में ऐसी समस्याओं से निपटने के लिए देश में बड़ी संख्या में साइबर सिक्योरिटी प्रोफेशनल की माँग होगी। नैसकॉम की नवीनतम रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान में देश में साइबर सिक्योरिटी का बाजार करीब 3 अरब डॉलर का है। इसकी देश के 150 अरब डॉलर के आईटी सेक्टर में करीब 2 फीसदी की हिस्सेदारी है। देश का आईटी बाजार 2025 तक बढक़र 350 अरब डॉलर के करीब पहुँच जाएगा। जिसमें साइबर सिक्योरिटी की 10 फीसदी की हिस्सेदारी होगी। यानी भारत का साइबर सिक्योरिटी बाजार 2025 के अंत तक 35 अरब डॉलर का हो सकता है। भारत के साथ-साथ विश्वभर में साइबर सिक्योरिटी का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। नैसकॉम की रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक साइबर सिक्योरिटी बाजार वर्तमान के 85 अरब से बढक़र 2025 के अंत तक करीब 190 अरब डॉलर का हो जाएगा। ऐसे में साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में युवाओं के लिए करियर की चमकीली संभावनाएँ हैं।