दिन-प्रतिदिन सुरक्षा के बढ़ते महत्व के चलते कॉर्पोरेट, मीडिया, बैंक, इंडस्ट्रीज, बड़े-बड़े संगठनों आदि में आधुनिक तकनीक के विशेषज्ञ सुरक्षाकर्मियों की भारी माँग है। इसी कारण से आज सुरक्षा क्षेत्र में विशेषज्ञ पाठ्यक्रम अस्तित्व में आ रहे हैैं। सूचना प्रौद्योगिकी के वर्तमान दौर में सुरक्षा के लिए वीडियो कैमरा, एक्स-रे स्कैैनर, बोर्ड रूम सहित नए-नए उपकरणों केे आ जाने से इनके संचालन के लिए प्रोफेशनल्स की जरूरत लगातार बढ़ती जा रही हैै। इस क्षेत्र के प्रशिक्षित छात्रों को उद्योग जगत से लेकर संगठनों में सुरक्षाकर्मियों के सुपरवाइजर या सिक्योरिटी ऑफिसर के पद संबंधी रोजगार बेहद आसानी से मिल जाते हैैं। सिक्योरिटी केे क्षेत्र में स्वरोजगार की भी चमकीली संभावनाएँ विद्यमान हैं। आप विभिन्न संगठनों को सुरक्षा सेवाएँ मुहैया कराने केे लिए सिक्योरिटी एजेंसी खोल सकते हैैं। सिक्योरिटी मैनेजमेंट केे पाठ्यक्रम पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन सिक्योरिटी मैनेजमेंट केे लिए आवेदक का किसी भी विषय में स्नातक अथवा बारहवीं के बाद तीन वर्ष किसी इंडस्ट्री में काम करने का अनुभव होना अनिवार्य हैै। इस पाठ्यक्रम में प्रवेश केे लिए इच्छुक उम्मीदवार का शारीरिक रूप से फिट होना आवश्यक हैै। खिलाडिय़ों तथा एनसीसी प्रमाणपत्र धारकों को इस पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु प्राथमिकता दी जाती हैै। सुरक्षा प्रबंधन केे पाठ्यक्रम के तहत मैनेजमेंट एवं ऑर्गेनाइजेशन बिहेवियर, फिजिकल फिटनेस थ्योरी एंड प्रैक्टिस, लेबर लॉ एंड इंडस्ट्रियल रिलेशन, फिजिकल सिक्योरिटी मैनेजमेंट, विजिलेंस एंड इन्वेस्टिगेशन, फिजिकल फिटनेस-एप्लीकेेशन, फस्र्ट एड रेेस्क्यू ऑपरेशन आदि विषयों की विस्तृत जानकारी दी जाती है। पाठ्यक्रम केे दौरान ही प्रशिक्षण केे लिए संबंधित इंडस्ट्रीज और संगठनों में छात्रों को भेजा जाता हैै, जहाँ सुरक्षा से जुड़ी व्यावहारिक बातों से उन्हें परिचित कराया जाता हैै। इस क्षेत्र से संबंधित कोर्स कराने वाले प्रमुख संस्थान हैं-इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली। इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सिक्योरिटी एंड सेफ्टी मैनेजमेंट, पुणे।