यदि आप सेना में पंडित के रूप में धर्म शिक्षक बनना चाहते हैं तो इस हेतु आपकी शैक्षणिक योग्यता संस्कृत में मध्यमा या हिन्दी में भूषण अथवा ग्रेजुएशन में मुख्य विषय संस्कृत या हिन्दी रहा हो। आयु सीमा 27 से 34 वर्ष के मध्य निर्धारित है। प्रवेश हेतु लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है। लिखित परीक्षा में 250-250 अंकों के दो प्रश्नपत्र होते हैं। पहले प्रश्नपत्र में सामान्य अध्ययन के प्रश्न पूछे जाते हैं जबकि द्वितीय प्रश्नपत्र में उम्मीदवार ने जिस धर्म शिक्षक के लिए आवेदन किया है उस धर्म से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। परीक्षा में सफल होने, शारीरिक मापदंड पूरा करने तथा प्रशिक्षण के उपरांत आप सेना में धर्म शिक्षक के रूप में जूनियर कमीशन ऑफिसर बन जाएँगे।