स्पीच थेरेपिस्ट्स लोगों की बोलने, ध्वनि और भाषा संबंधी समस्याओं का निराकरण करते हैं। लोगों में यह समस्या ऑटिज्म, सेरेब्रल पाल्सी, स्ट्रोक्स, एक्सीडेंट, कैंसर और इंटेलेक्चुअल डिसेबिलिटी के कारण हो सकती है। गौरतलब है कि स्पीच थेरेपी अभी तक हमारे देश में शुरुआती दौर में ही है, क्योंकि हमारे देश में अच्छे स्पीच थेरेपिस्ट्स बहुत कम संख्या में उपलब्ध हैं। लिहाजा इस क्षेत्र में करियर के बहुत चमकीले अवसर उपलब्ध हैं। अस्पतालों, प्राइवेट प्रैक्टिस और स्कूलों के अतिरिक्त स्पीच थेरेपिस्ट्स की सेवाएँ सामुदायिक कार्यक्रमों, मूक-बधिर स्कूलों, फिजिकल मेडिसिन डिपार्टमेंट्स वृद्धाश्रमों, प्रशिक्षण तथा शोध संस्थानों में भी ली जाती हैं। स्पीच थेरेपी का कोर्स कराने वाले देश के प्रमुख संस्थान इस प्रकार हैं- अली यावर जंग नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर द हीयरिंग हैंडीकैप्ड, मुंबई। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ स्पीच एंड हीयरिंग, मैसूर। डॉ. एसआरसी इंस्टीट्यूट ऑफ स्पीच एंड हीयरिंग, बैंगलुरू।