विदेश मंत्री ने कहा, "आज यह हमारे लिए संभव है कि हम भारत-अमेरिका रिश्तों की पूरी क्षमता को समझ सकें और इसे साकार कर सकें। बेंगलुरू को भी इस रिश्ते में अपनी भूमिका समझनी जरूरी है। यह शहर में 12वां विदेशी वाणिज्य दूतावास है। हम देश के तौर पर नए दूतावासों को खुलवाने का समर्थन कर रहे हैं, ताकि हमारी दुनिया से और गहरी जुड़ाव हो सके। इसके साथ ही हम और देशों को बेंगलुरू में दूतावास खोलने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि ऐसे और मौके आएंगे जहां अधिक देश बेंगलुरू में अधिक वाणिज्य दूतावास खोलेंगे। इससे भारत, कर्नाटक और बेंगलुरू के हितों को बेहतर तरीके से फायदा होगा।" अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा, "आज का दिन बहुत खास है। कर्नाटक के लिए यह महान दिन है। यह अमेरिका और भारत के लिए शानदार दिन है। यह शहर भारत-अमेरिका रिश्ते की असली पहचान है। यह एक नई शुरुआत है। हम अब और भी मजबूत हैं और एक साथ हैं। अमेरिका को भारतीय कामकाजी लोगों से बहुत फायदा हुआ है और भारत को अमेरिकी पर्यटकों से। आज भारतीय-अमेरिकी लोग विश्वविद्यालय चला रहे हैं और महत्वपूर्ण पदों पर चुनाव लड़ रहे हैं। मेरे लिए, जितना हम इस रिश्ते को बढ़ावा देंगे, उतना ही अच्छा होगा। यही मेरा भविष्य के लिए संदेश है।"