एआईसीटीई की 12 क्षेत्रीय भाषाओं में इंजीनियरिंग किताबें दिसंबर 2026 तक उपलब्ध कराने की महत्वाकांक्षी योजना
8 अप्रैल को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने दिसंबर 2026 तक सभी इंजीनियरिंग डिप्लोमा और डिग्री पाठ्यक्रमों के लिए 12 भारतीय भाषाओं में इंजीनियरिंग की किताबें उपलब्ध कराने की महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की। विभिन्न विषयों और शैक्षणिक वर्षों के लिए किताबों के अनुवाद का काम पहले ही शुरू हो चुका है।
एआईसीटीई विश्वविद्यालय से संबद्ध और स्वायत्त तकनीकी संस्थानों की निगरानी करता है। ये किताबें भारतीय भाषाओं में एआईसीटीई के मॉडल पाठ्यक्रम के अनुसार तैयार की जाएंगी और इनका उद्देश्य सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स और कंप्यूटर साइंस जैसी प्रमुख इंजीनियरिंग शाखाओं को कवर करना है।
एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रोफेसर टीजी सीताराम ने कहा कि पहले और दूसरे वर्ष के इंजीनियरिंग डिप्लोमा और डिग्री पाठ्यक्रमों के लिए लगभग 600 किताबें पहले ही तैयार की जा चुकी हैं और 12 क्षेत्रीय भाषाओं में अपलोड भी की जा चुकी हैं। इन भाषाओं में हिंदी, असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, ओडिया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू शामिल हैं।