अनिल मेनन अंतरिक्ष स्टेशन मिशन पर जाएंगे, नासा ने की घोषणा
2 जुलाई को नासा ने अंतरिक्ष यात्री अनिल मेनन को उनके पहले अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) मिशन के लिए नियुक्त किया। यह जानकारी नासा ने आधिकारिक विज्ञप्ति के माध्यम से दी।
अनिल मेनन फ्लाइट इंजीनियर और एक्सपीडिशन 75 के चालक दल के सदस्य के रूप में काम करेंगे। वह जून 2026 में रोस्कोस्मोस सोयुज एमएस-29 अंतरिक्ष यान से उड़ान भरेंगे।
आठ महीने कक्षा प्रयोगशाला में रहेंगे
नासा के अनुसार, उनके साथ रोस्कोस्मोस के अंतरिक्ष यात्री प्योत्र डबरोव और अन्ना किकिना भी होंगे। ये सभी कजाकिस्तान के बैकोनूर कॉस्मोड्रोम से लॉन्च होंगे और लगभग आठ महीने अंतरिक्ष स्टेशन में बिताएंगे।
शुभांशु शुक्ला का आईएसएस पर शोध
भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला, जो इस समय एक्सिओम-4 मिशन के तहत आईएसएस पर मौजूद हैं, ने मांसपेशियों की कोशिकाएं, पाचन प्रणाली और मानसिक स्वास्थ्य पर कई प्रयोग किए हैं।
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अंतरिक्ष में मांसपेशियां कमजोर क्यों होती हैं?
जब कोई व्यक्ति अंतरिक्ष में जाता है, तो गुरुत्वाकर्षण की अनुपस्थिति में शरीर पर भार नहीं पड़ता। इस कारण मांसपेशियों की कोशिकाएं पुनर्जीवित नहीं हो पातीं और कमजोरी और शिथिलता शुरू हो जाती है।