बैंक ऑफ बड़ौदा और एचडीएफसी बैंक ने ब्याज दरें घटाई
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) ने 8 जून को घोषणा की कि उसने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की नीतिगत ब्याज दरों में कटौती के अनुरूप अपनी प्रमुख उधारी दर (रेपो दर से जुड़ी) में 0.50% की कटौती की है। इस कदम के तहत बीओबी की रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (आरएलएलआर) अब 8.15% हो गई है, जो 7 जून से लागू है।
बीओबी ने कहा कि उसने आरबीआई की दर में कटौती का पूरा लाभ अपने उधारकर्ताओं तक पहुंचा दिया है, जिससे उधार लेना सस्ता होगा। यह कदम बैंकों को उधारी देने के लिए अधिक धन उपलब्ध कराने और अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से उठाया गया है।
इस बीच, निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक ने अपनी कोष की सीमांत लागत आधारित उधार दर (एमसीएलआर) में विभिन्न अवधियों में 0.10% की कटौती की है। बैंक की वेबसाइट के अनुसार, यह नई दरें 7 जून से प्रभावी हैं।
- एक दिन और एक महीने की एमसीएलआर दर 0.10% घटकर 8.90% हो गई है।
- तीन महीने की दर 0.10% घटकर 8.95% हो गई है।
- छह महीने और एक साल की दर 0.10% घटकर 9.05% हो गई है।
- दो साल और तीन साल की अवधि के लिए दर 9.20% से घटकर नए स्तर पर आ गई है।
यह कटौती आरबीआई द्वारा अप्रत्याशित रूप से रेपो दर और नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में कटौती के बाद की गई, ताकि बैंकों को उधारी देने के लिए अधिक धन उपलब्ध कराया जा सके और अर्थव्यवस्था को गति मिल सके।