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यकीनन फर्नीचर हमारे घरों और ऑफिसों का अभिन्न अंग बन गए हैं। लोगों की बढ़ती रचनात्मक पसंद, खर्च करने की बेहतर क्षमता और बाजार में उपलब्ध फर्निचर की बेहतरीन डिजाइन ने फर्नीचर सेक्टर को तेजी से बढ़ाया है। स्थिति यह है कि परंपरागत फर्नीचर का बाजार अब केवल गाँवों और छोटे कस्बों तक ही सिमटकर रह गया है जबकि देश में बढ़ते मध्यम वर्ग, बढ़ती वैश्विक कंपनियों और कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री में आए जबर्दस्त उछाल ने डिजाइनर फर्नीचरों कल्पना के परे तेज गति दे दी है। अब देश के फर्नीचर सेक्टर में घरेलू बाजार एवं निर्यात की नई संभावनाओं का जो परिदृश्य उभरकर दिखाई दे रहा है, उससे फर्नीचर सेक्टर में करियर की बेहतर संभावनाएँ छोटे-छोटे गाँवों से लेकर नगर एवं महानगरों तक उभरकर दिखाई दे रही हैं।
फर्निचर सेक्टर के बढ़ने के साथ बढ़े हैं करियर के अवसर
गौरतलब है कि देश में फर्नीचर उद्योग के विकास के मद्देनजर सरकार ने दो बड़े लक्ष्यों के लिए नई रणनीति बनाई है। एक, देश में चीन से होने वाले करीब एक अरब डॉलर के फर्नीचर आयात को कम करने के परिप्रेक्ष्य में आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत फर्नीचर उद्योग को हरसंभव प्रोत्साहन देना और दो, वैश्विक फर्नीचर निर्यात बाजार में भारत की हिस्सेदारी एक फीसद से अधिक करने का लक्ष्य रखते हुए भारत से किए जा रहे फर्नीचर निर्यात को ऊँचाई तक पहुँचाना। इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने रणनीतिक कदम आगे बढ़ाए हैं। जिस तरह चीन का फर्नीचर सेक्टर अपने विशालकाय फर्नीचर क्लस्टर के कारण दुनिया भर में सबसे आगे है, उसी आधार पर अब भारत में भी फर्नीचर क्लस्टर स्थापित करने की रणनीति सुनिश्चित की गई है। देश से फर्नीचर निर्यात बढ़ाने के मद्देनजर आधुनिकीकरण, अभिनव डिजाइन एवं गुणवत्तापूर्ण फर्नीचर निर्माण के लिए प्रोत्साहनों के कारण निर्यात बाजार में भी भारत की अहमियत बढेगी और ऐसे में करियर के मौके तेजी से बढ़ रहे हैं।
फर्नीचर सेक्टर में करियर की नई संभावनाएँ
देश के फर्नीचर विशेषज्ञों के मुताबिक इस समय भारत में फर्नीचर का संगठित बाजार करीब 5 अरब डॉलर का है। ट्रेड प्रमोशन कौंसिल ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार भारत की फर्नीचर इंडस्ट्री तेजी से आगे बढ़ रही है। भारत अपना अधिकांश ब्रांडेड फर्नीचर मुख्य रूप से चीन, वियतनाम, इंडोनेशिया, इटली और थाईलैंड से आयात करता है। लेकिन अब फर्नीचर आयात में कमी करके घरेलू बाजार में ही फर्निचर मैन्युफैक्चरिंग के नए प्रोत्साहनों से इस सेक्टर को तेजी से बढ़ाया जा सकेगा। इस समय फर्नीचर का वैश्विक निर्यात बाजार करीब 246 अरब डॉलर वार्षिक का है। जहाँ करीब 75 अरब डॉलर के निर्यात के साथ चीन पहले नंबर पर है। वहीं करीब 1.6 अरब डॉलर निर्यात के साथ भारत बहुत पीछे है। ऐसे में बाजार के कई गुना बढ़ने की संभावनाओँ के मद्देनजर इस सेक्टर में करियर के मौके भी कई गुना बढ़ना संभावित हैं।
फर्नीचर सेक्टर में करियर की स्किल्स
फर्नीचर सेक्टर में करियर बनाने के लिए फर्नीचर डिजाइनिंग की बुनियाद जरूरी है। फर्नीचर डिजाइनिंग के लिए रचनात्मक और कलात्मक पहलू का मजबूत होना अति आवश्यक है, साथ ही कम्प्यूटर तथा कम्युनिकेशन स्किल्स अच्छी होनी चाहिए। मार्केटिंग स्किल्स तथा बिजनेस की भी समझ अनिवार्य है। चूँकि फर्नीचर डिजाइनर का काम एक बेजान लकड़ी में जान डालकर उसे बदलते बाजार के अनुरूप आकर्षक रूप देना होता है, अतएव फर्नीचर डिजाइनिंग के क्षेत्र में काम करने के लिए मार्केट में डिजाइनिंग को लेकर क्या कुछ नया किया जा रहा है उस ओर भी पैनी नजर रखनी होती है।
फर्नीचर सेक्टर में करियर के मौके
फर्नीचर की नई-नई डिजाइनों और विविध उपयोगिताओं के कारण फर्नीचर सेक्टर में रोजगार और स्वरोजगार के मौके तेजी से बढ़ रहे हैं। इनमें फर्नीचर डिजाइनिंग और मार्केटिंग से संबंधित विभिन्न तरह के करियर के मौके हैं। किसी प्रतिष्ठित संस्थान से फर्नीचर डिजाइनिंग का कोर्स करने के बाद किसी भी डिजाइनर के साथ काम किया जा सकता है। भारत में फर्नीचर निर्माण के क्षेत्र में कई विदेशी कंपनियाँ भी आ चुकी हैं। अगर आप अपना स्वयं का रोजगार शुरू करना चाहते हैं, तो डिग्री या डिप्लोमा के आधार पर बैंक से ऋण मिल जाता है। फर्नीचर की कई बड़ी-बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ बड़ी संख्या में नियुक्तियाँ निकालती हैं। कई प्रशिक्षण संस्थान भी इस फील्ड के अनुभवी लोगों को रोजगार के अवसर मुहैया कराते हैं। इस फील्ड में डिजाइनिंग की गुणवत्ता और अनुभव के आधार पर अच्छी आमदनी मुठ्ठियों में की जा सकती हैं।
फर्नीचर डिजाइनिंग के कोर्स
सामान्यतय फर्नीचर डिजाइनिंग पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास है। इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए फर्नीचर डिजाइनिंग में सर्टिफिकेट डिप्लोमा डिग्री के साथ-साथ पोस्ट ग्रेजुएशन के पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। इसके अलावा इंटीरियर डिजाइनिंग के तीन वर्षीय डिप्लोमा कोर्स में भी फर्नीचर डिजाइनिंग एक महत्वपूर्ण भाग होता है।
फर्नीचर डिजाइनिंग के कोर्स कहाँ से करें
देश में जहाँ फर्नीचर डिजाइनिंग के प्रतिष्ठित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइनिंग हैं, वहीं दूसरी ओर विभिन्न राज्यों में कई संस्थाओं में फर्नीचर डिजाइनिंग से संबंधित विभिन्न कोर्स उपलब्ध हैं। अपनी उपयुक्तता के अऩुरूप किसी गुणवत्तापूर्ण संस्थान से फर्नीचर डिजाइनिंग से संबंधित कोर्स करके फर्नीचर सेक्टर में अच्छे करियर की डगर पर आगे बढ़ा जा सकता है।
डॉ. जयंतीलाल भंडारी ( विख्यात करियर काउंसलर) 111, गुमास्ता नगर, इंदौर-9 (फोन- 0731 2482060, 2480090)