इंटीरियर डिजाइनर एवं डेकोरेटर का प्रमुख काम होता है उपलब्ध जगह को पूर्णत: उपयोगी व सुंदर बनाना । आजकल इंटीरियर डेकोरेटर की माँग दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है । इंटीरियर डिजाइनिंग पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु इच्छुक छात्रों के लिए किसी भी विषय में 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है । इसके अलावा छात्र की तकनीकी सोच, जागरूकता, अभिव्यक्ति की क्षमता, रचनात्मकता, कल्पनाशीलता, ड्रॉ करके अपने आइडिया समझाने की क्षमता अतिरिक्त योग्यता मानी जाती है । देवी अहिल्या इंदौर के प्रौढ़ शिक्षा विभाग के द्वारा तक्षशीला परिसर खंडवा रोड पर यह उपयोगी पाठ्यक्रम 12वीं कक्षा के बाद प्रवेश परीक्षा के आधार पर उपलब्ध है । भारत में इंटीरियर डिजाइनिंग के प्रमुख संस्थान द स्कूल ऑफ इंटीरियर डिजाइन सेंटर फॉर एनवायरमेंट प्लानिंग एंड टेक्नालॉजी, अहमदाबाद, एसएनडीटी वूमन यूनिवर्सिटी, मुंबई, स्कूल ऑफ इंटीरियर डिजाइन एंड इंस्टीट्यूट ऑफ एनवायरमेंट डिजाइन, वल्लभ विद्यानगर, गुजरात, एक्सटीरियर इंटीरियर, नई दिल्ली, इंडियन इंस्टीटयूट ऑफ इंटीरियर डिजाइनर्स, मुंबई आदि हैं ।